डीएनए हिन्दी: मन से मन का मिलन ही सही अर्थों में प्रेम है. वास्तव में प्रेम का अर्थ है कोई बाधा नहीं. इसीलिए लोग जाति, धर्म, लिंग और रंग तक नहीं देखते हैं और प्रेम में डूब जाते हैं. ओडिशा के कालाहांडी जिले में एक ऐसा ही अनोखा प्रेम विवाह देखने को मिला है.
कालाहांडी जिले के जिले नरला थाने के धुरकुटी गांव के फकीर नयाल ने देवपुर गांव के मुजिका किन्नर (Transgender) से शादी की है. फकीर पहले से शादीशुदा हैं और उनका एक बेटा भी है. सबसे बड़ी बात है कि फकीर के परिवार ने इस शादी को स्वीकार किया है. उनकी पत्नी ने भी इसे स्वीकार किया है. अब सब एक ही छत के नीचे रह रहे हैं.
बताया जा रहा है कि पिछले साल फकीर की मुलाकात देपुर गांव के मुजिका किन्नर से हुई थी. फिर दोनों के बीच फोन पर बातचीत होने लगी. और बातचीत का यही सिलसिला कब प्रेम में बदल गया किसी को पता ही नहीं चला. अंत में फकीर ने शादी करने का फैसला किया.
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फकीर ने इसकी जानकारी अपनी पत्नी और परिवार को दी. फकीर की पत्नी ने इसकी सहमति दे दी. किन्नर महासंघ ने भी इस शादी की अपनी मंजूरी दे दी. दोनों पक्षों की रजामंदी से नरला के बहुचोरी माता मंदिर में फकीर और मुजिका ने शादी कर ली. इस शादी में तमाम रिश्तेदार शामिल हुए. रिश्तेदारों के साथ-साथ हजारों की संख्या में आम लोग भी इस शादी को देखने के लिए आए थे.
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इस शादी के बाद मुजिका ने कहा कि मैं धन्य हूं कि परिवार के सभी लोगों ने मुझे स्वीकार किया है. यहां तक कि उनकी पहली पत्नी ने भी मुझे स्वीकार किया है. मेरा उनके प्रति खास सम्मान है.
किन्नर महासंघ की अध्यक्ष कामिनी कहा कि हमें शुरू में इस शादी को लेकर शंका थी. हमने दोनों से विचार करने को कहा. फिर जब हमें पता चला कि फकीर की पत्नी को भी इस शादी के एतराज नहीं है तो हमने इसकी स्वीकृति दे दी.
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