डीएनए हिन्दी: कर्नाटक में भारी बारिश की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारत के सिलिकन वैली के नाम से मशहूर बेंगलुरु (Bengaluru) शहर के निचले इलाकों में लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. सड़कों पर 3 से 4 फीट पानी जमा है. आने-जाने के साधन बंद हैं. ऐसे में आईटी कंपनियों (IT Companies) में काम करने वाले ट्रैक्टर की मदद से ऑफिस जाने को मजबूर हैं.
ऐसा ही एक इलाका है युलरुर. यहां लोगों के घरों से लेकर अपार्टमेंट तक में पानी भरा हुआ है. लोग परेशान हैं. यहां कई इलाकों में सड़कों पर नावें चल रही हैं. कई आईटी कंपनियां अपने कर्मचारियों को ऑफिस आने का दबाव बना रही हैं. ऐसे में ये लोग ऑफिस जाने के लिए ट्रैक्टर का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं.
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रविवार और सोमवार को हुई भारी बारिश की वजह से बेंगलुरु के महाठाहल्ली, कादुबीसनाहल्ली और थानीसांद्रा इलाके का बुरा हाल है. हालांकि, कई बड़ी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्राम होम के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है.
बेंगलुरु को आउटर रिंग रोड का भी हाल बुरा है. इस इलाके में आईटी सेक्टर की कई बड़ी कंपनियां हैं. इनमें माइक्रोसॉफ्ट, डेल, एडोब, गोल्डमैन सैक्स जैसी बड़ी कंपनियां भी हैं.
आईटी कंपनियों में काम करने वालों का कहना है कि हम इतनी छुट्टी नहीं ले सकते हैं. ऐसे में हम ट्रैक्टर से ऑफिस जाने को मजबूर हैं. ट्रैक्टर वाले 50 से 100 रुपये में हमें ऑफिस छोड़ दे रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को अगले आदेश तक वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दे दी है.
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