शहाबुद्दीन परिवार से दूरियां बना रहा RJD, रईस खान थाम सकते हैं 'लालटेन'

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Aug 04, 2022, 06:12 PM IST

मोहम्मद शहाबुद्दीन, लालू यादव और रईस खान

लंबे समय तक सिवान आरजेडी का गढ़ रहा है. इस इलाके में हमेशा से आरजेडी का चेहरा मोहम्मद शहाबुद्दीन रहे. लेकिन, अब वक्त बदल रहा है. सिवान में आरजेडी को नए चेहरे की तलाश है. माना जा रहा है कि शहाबुद्दीन के परंपरागत दुश्मन रईस खान आरजेडी का दामन थाम सकते हैं. हाल ही में उन्होंने तेज प्रताप यादव से मुलाकात भी की है...

डीएनए हिन्दी: बिहार (Bihar) की राजनीति में बाहुबलियों का बोलबाला हमेशा से रहा है. सिवान (Siwan) की धरती से भी एक से बढ़कर एक बाहुबली निकले हैं. उन्हीं में से एक बाहुबली थे मोहम्मद शहाबुद्दीन (Mohammad Shahabuddin). जब तक जिंदा रहे सिवान की राजनीति उनके ईर्द-गिर्द घुमती रही. कहा जाता है कि सिवान में अगर किसी का हुक्म चलता था तो वह शहाबुद्दीन का. 

राजद के साथ शहाबुद्दीन की रिश्ता पुराना रहा. शुरू से ही वह लालू यादव के वफादार रहे. कई समय वह लालू यादव के लिए संकट मोचक बन कर उभरे. सिवान में राजद के परंपरागत MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण का एक ही चेहरा था, वह था मोहम्मद शहाबुद्दीन. अब शहाबुद्दीन इस दुनिया में नहीं रहे तो सिवान की राजनीति भी करवट बदलती दिख रही है.

यह भी पढ़ें, RJD की बढ़ती ताकत से डर गई है भाजपा? बार-बार पटना आ रहे हैं बीजेपी के दिग्गज

वैसे तो सिवान और उसके आसपास के जिलों में शहाबुद्दीन के दुश्मनों की कमी नहीं रही. इन्हीं में उनके एक परंपरागत दुश्मन हैं रईस खान. कुछ दिन पहले ही एमएलसी चुनाव के दौरान रईस खान पर जानलेवा हमला हुआ था. उसमें रईस तो बच गए थे लेकिन उनका एक सहयोगी मारा गया था. उस दौरान रईस खान शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा और उनके समर्थकों पर इस हमले का आरोप लगाया था. 

बुधवार की रात सिवान के उभरते बाहुबली रईस खान की आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव से मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार गरम हो गया है. सोशल मीडिया पर दोनों की तस्वीरें भी सामने आई हैं. अब कहा जा रहा है कि सिवान में MY (मुस्लिम-यादव) समीकरण का नया चेहरा हो सकते हैं रईस खान. सिवान की राजनीति के जानकारों का कहना है कि रईस खान अपराध के साथ-साथ राजनीति में भी इस क्षेत्र में अपना कब्जा जमाने में जुटे हुए हैं.

यह भी पढ़ें, 25 दिन से नहीं हुई कैबिनेट मीटिंग, क्या फिर पलटी मारेंगे नीतीश कुमार?

ध्यान रहे कि अभी कुछ दिन पहले ही मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने कहा था कि वह फिलहाल किसी राजनीतिक दल से जुड़ी नहीं हैं. वह अभी न्यूट्रल हैं. हिना शहाब के इसी बयान के बाद रईस खान ने मौके का फायदा उठाया है और उसने लालू परिवार से नजदिकियां बढ़ानी शुरू कर दी हैं. लालू के बड़े लाल तेज प्रताप के साथ उनकी मुलाकात सार्वजनिक होने के बाद अब कयास लगाया जा रहा है कि रईस खान जल्द ही राजद का दामन थाम सकते हैं.

गौरतलब है कि लंबे से समय से सिवान पर एनडीए का कब्जा है. ऐसे में रईस खान की नजर सिवान संसदीय क्षेत्र पर है. वह आरजेडी के टिकट पर सिवान से चुनाव लड़ना चाहते हैं.

अगर सूत्रों की मानें तो मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत के बाद लालू परिवार ने उनकी पत्नी और बेटे से दूरियां बना लीं. शहाबुद्दीन समर्थकों का कहना है कि लालू परिवार मुश्किल वक्त में शहाबुद्दीन परिवार के साथ खड़ा नहीं दिखा. हालांकि, तेजस्वी ने शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा से मिलकर गिले-शिकवे दूर करने की कोशिश जरूर की थी, लेकिन उसका खास फायदा नहीं दिखा. कुछ लोगों का यह भी कहना है कि शहाबुद्दीन की पत्नी अब जेडीयू का दामन थाम सकती हैं.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

siwan bihar news in hindi Bihar News Bihar Politics