पशुओं के लिए एंबुलेंस सेवा जैसी पहल कर चुके हैं सर्वज्ञ भारिल्ल, अब मिला युवा सोच पुरस्कार

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 09, 2023, 12:48 AM IST

motivational speaker Sarvagya Bharill

Noida News: सम्मान समारोह में सामाजिक, साहित्य, खेल, शिक्षा, कला संस्कृति, विज्ञान आदि क्षेत्रों में नवाचार करन वाले युवाओं को सम्मानित किया गया है.

डीएनए हिंदी: भारतीय समाज को एक नई दिशा दिखाने की कोशिश कर रहे युवाओं का हौसला बढ़ाने की एक कोशिश की गई है. नोएडा में आयोजित युवा सोच कार्यक्रम 2023 में बहुत सारे ऐसे युवाओं को सम्मानित किया गया है, जिन्होंने सामाजिक, साहित्य, खेल, शिक्षा, कला संस्कृति विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी व अन्य क्षेत्रों में नवाचार के जरिये समाज के विकास में सहयोग दिया है. इनमें सर्वज्ञ भारिल्ल का भी नाम शामिल है, जिन्होंने स्वामी विवेकानंद के समाज सुधार के मंत्र को आत्मसात कर युवाओं को प्रेरित करने का काम किया है. मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर काम करने वाले सर्वज्ञ एंटरप्रेन्योर भी हैं. उन्हें युवा सोच अवॉर्ड 2023 से नवाजा गया है.

भारतीय नव जागरण के अग्रदूत बन रहे भारिल्ल को यह सम्मान मेजर जनरल पीके सहगल (रिटायर्ड) ने दिया. देश के लिए अहम भूमिका निभा चुके मेजर जनरल सहगल ने भावी पीढ़ी को एक सुरक्षित और समृद्ध देश सौंपने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी हर क्षेत्र में आगे आए और आकर देश सेवा में अपना योगदान दे, इससे बेहतर कुछ नहीं है. समारोह में उपस्थित ज़ेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि युवा सोच 2023 सम्मान ऐसे युवाओं के योगदान को मान्यता देने का एक गर्वशील कदम है, जो अपने क्षेत्र में अनुभवी और प्रेरणादायक कार्यों के लिए पहचान बना चुके हैं.

भारिल्ल ने पशुओं के लिए एंबुलेंस सेवा लाने और युवाओं को डायरेक्ट सेलिंग व्यवसाय के जरिये समृद्धि की तरफ ले जाने की अहम पहल की है. उन्होंने अपने प्रयासों से देश की सेवा करने में सक्षमता प्राप्त की है और उनकी संघर्षशीलता का परिणाम युवा उद्यमिता के क्षेत्र में सुधार के रूप में दिख रहा है.

इंस्टाग्राम पर 1.37 लाख से ज्यादा फॉलोअर रखने वाले सर्वज्ञ भारिल्ल के प्रेरणादायी वक्तव्यों को सोशल मीडिया पर करोड़ों बार देखा जा चुका है. सम्मान समारोह में सर्वज्ञ भारिल्ल ने कहा कि, मैं धर्म, सेवा और संकल्प से युवाओं को प्रेरित करता हूं. मुझे अपने दादा से संस्कार और पिता से समाज में बड़ा परिवर्तन लाने की प्रेरणा मिली है. जरूरी है कि युवा अध्यात्म से जुड़े, संस्कारित हो, व्यसनों में ना पड़ें, अन्यथा युवा के पथभ्रष्ट होने से देश का पतन हो जाएगा. भारत में युवाओं की तादाद दुनिया में सबसे ज़्यादा है हम सभी को विश्व गुरु भारत का सपना जीना होगा, तभी हम मिलकर देश को नई ऊंचाइयों की ओर ले जाएंगे.

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