डीएनए हिंदी:पश्चिम बंगाल के दक्षिण खैरबारी बाघ संरक्षण केंद्र में सोमवार को माहौल गमगीन था. मौका था भारत के सबसे उम्रदराज रॉयल बंगाल टाइगर राजा को अंतिम विदाई देने का. इस मौके पर अधिकारियों ने राजा के अंतिम संस्कार से पहले फूल चढ़ाकर उसे विदाई दी थी. राजा ने 25 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा है लेकिन दक्षिणी खैरबारी में हर ओर अभी भी उसकी यादें हैं. अधिकारियों का कहना है कि राजा यहां सबका चहेता था औररेस्क्यू सेंटर आने वाले सभी लोग खास तौर पर राजा को देखने के लिए खासे उत्सुक रहते थे.
अधिकारियों ने दी बाघ के निधन की सूचना
राजा के निधन के बारे में अधिकारियों ने सूचना जारी करते हुए कहा कि बहुत दुख के साथ बताना पड़ रहा है कि एसकेबी रेस्क्यू सेंटर के बाघ राजा का निधन कहना है कि 25 वर्ष 10 महीने की उम्र में टाइगर राजा का सोमवार को निधन हो गया। अधिकारियों ने बताया कि एसकेबी बचाव केंद्र में टाइगर राजा का निधन हो गया है.
राजा ने सोमवार तड़के करीब 3 बजे अंतिम सांस ली है. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजा 25 साल और 10 महीने की उम्र में निधन के बाद टाइगर राजा भारत में सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले बाघों में से एक बन गया है.
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14 साल पहले मगरमच्छ से लड़ाई में चोटिल हुआ था राजा
वन्य अधिकारियों ने बताया कि 14 साल पहले साल 2008 में राजा की मगरमच्छ के साथ लड़ाई हुई थी. इस दौरान उसे 10 से ज्यादा गंभीर चोटें आई थीं. उस वक्त बहुत ज्यादा देखभाल के बाद राजा ठीक हुआ था और उसे खैरबारी लेकर आया गया था.
पिछले 14 साल से वह खैरबारी का अभिन्न अंग था और वन्यकर्मियों के अलावा यहां आने वाले लोगों के लिए भी वह हमेशा आकर्षण रहा था.
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डीएम, फॉरेस्ट ऑफिसर ने भी जताया दुख
राजा के निधन की जानकारी मिलने के बाद अलीपुरदार के डीएम सुरेंद्र कुमार मीणा ने दुख जताते हुए कहा, "हम सभी के लिए यह दुख का दिन है. राजा देश के सबसे उम्रदराज जीवित टाइगर था और उसके निधन से रेस्क्यू सेंटर में मौजूद सब लोगों को तकलीफ हुई है.'
जनवरी 2014 में कानपुर ज़ू में 26 साल के टाइगर गुड्डू का निधन हुआ था. उस वक्त गुड्डू सबसे ज्यादा समय तक जीवित रहने वाला बाघ था.