President Election 2022: द्रौपदी मुर्मू को लेकर कांग्रेस का विवादित बयान, मचा सियासी बवाल

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 13, 2022, 02:36 PM IST

Droupadi Murmu

President Election 2022: एनडीए की राष्ट्रपति कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू को लेकर कांग्रेस के सीनियर नेता अजय कुमार ने विवादित टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि द्रौपदी मुर्मू एक बुरे विचारधारा के साथ हैं और यशवंत सिन्हा एक अच्छे कैंडिडेट हैं. समान विचारधारा के लोगों को यशवंत सिन्हा के साथ आना चाहिए. अजय कुमार के इस बयान पर बीजेपी की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है...

डीएनए हिन्दी: राष्ट्रपति चुनाव (President Election) से ठीक पहले कांग्रेस के सीनियर नेता डॉक्टर अजय कुमार का एनडीए कैंडिडेट द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के लेकर बयान आया है. इस बयान पर सियासी विवाद खड़ा हो गया है. डॉक्टर अजय कुमार (Ajoy Kumar) का कहना है कि द्रौपदी मुर्मू एक सभ्य महिला हैं. लेकिन, हमें उन्हें आदिवासी प्रतीक नहीं बनाना चाहिए. द्रौपदी मुर्मू इस देश की एक 'बेहद ही दुष्ट विचारधारा' के साथ खड़ी हैं. वह यहीं नहीं रुके. अजय कुमार ने आगे कहा कि हमारे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हैं. उनके राष्ट्रपति रहते हाथरस की घटना हुई, उन्होंने एक शब्द नहीं बोला. उनके कार्यकाल के दौरान अनुसूचित जातियों की स्थिति और बदतर हो गई है. ध्यान रहे कि अजय कुमार हाथरस की उस घटना का जिक्र कर रहे थे जिसमें एक दलित महिला की साथ गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी.

डॉक्टर अजय कुमार ने कहा कि प्रतीक बनाना और देश के लोगों को बेवकूफ बनाना मोदी सरकार अच्छी तरह से जानती है.यशवंत सिन्हा एक अच्छे उम्मीदवार हैं. अजय कुमार ने इस चुनाव को 'राष्ट्र की आत्मा के लिए लड़ाई' की संज्ञा दे दी. उन्होंने कहा कि यशवंत सिन्हा के पक्ष में सभी समान विचारधारा के लोगों को एक साथ आना चाहिए.

डॉक्टर अजय कुमार की टिप्पणी पर बीजेपी की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. बीजेपी राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्विटर पर कहा कि कांग्रेस ने मुर्मू का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि अजय कुमार ने द्रौपदी मुर्मू के बारे में कहा है कि वह एक 'बुरे विचारधारा' का प्रतिनिधित्व करती हैं, इसलिए हमें उन्हें आदिवासी प्रतीक नहीं बनाना चाहिए. द्रौपदी मुर्मू को पुडुचेरी कांग्रेस ने पहले डमी कैंडिडेट कहा था और अब यह बयान आया है. ऐसे में कांग्रेस ने भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति कैंडिडेट का अपमान किया है. 

बीजेपी आईटी सेल अध्यक्ष अमित मालवीय ने कहा कि अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनती हैं तो वह आदिवासियों को सशक्त करेंगी. उन्होंने आगे कहा पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए ने आदिवासी समाज की द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए कैंडिडेट घोषित किया है. यह एक ऐसा कदम है जो आदिवासी समाज को सशक्त करेगा. कांग्रेस नेता उन्हें बुराई का प्रतीक कहते हैं, सिर्फ इसलिए कि वह एक आदिवासी हैं. यह शर्मनाक है.

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गौरतलब है कि द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की कैंडिडेट हैं. इस रेस में वह अब तक सबसे आगे दिख रही हैं. अगर वह निर्वाचित होती हैं तो देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति होंगी और प्रतिभा पाटिल के बाद दूसरी महिला राष्ट्रपति.

ओडिशा के एक पिछड़े जिले मयूरभंज के एक गांव में रहने वाले एक आदिवासी परिवार में मुर्मू का जन्म हुआ था. परिवार में भीषण गरीबी के बावजूद उन्होंने पढ़ाई पूरी की. वह 2013 में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य बनी थीं. वह 2015 से 2021 झारखंड की राज्यपाल रही थीं.

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