डीएनए हिंदी: राजस्थान में लंपी स्किन डिजीज ( lumpy skin disease) की वजह से हजारों मवेशियों की मौत हो गई है. 10 लाख से ज्यादा गोवंश इस रोग की वजह से प्रभावित हैं. स्थानीय और प्रशासनिक स्तर पर किए गए उपाय इतने नाकाफी हैं कि संक्रमण रुक नहीं रहा है. लंपी चर्म रोग से अब तक 45,063 पशुओं की मौत हो चुकी है. वहीं, इस बीमारी से प्रभावित पशुओं की संख्या 10,36,610 है.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) पर गायों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि लाखों गायों की मौत लंपी चर्म रोग से हुई है लेकिन राज्य सरकार गंभीर नहीं है.
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10 लाख से ज्यादा गोवंश लंपी स्किन रोग से प्रभावित
BJP का आरोप है कि जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, जालोर और सिरोही सहित राजस्थान के सभी जिलों में गायों और अन्य जानवरों में लंपी चर्म रोग का संक्रमण तेजी से फैल रहा है जिससे लाखों गायों की मौत हो चुकी है. उन्होंने कहा कि 10 लाख से अधिक गोवंश संक्रमित है, ऐसे में राज्य सरकार के स्तर पर लंपी संक्रमण को रोकने के लिए ठोस कार्ययोजना की जरूरत है, लेकिन सरकार ने गायों को भगवान भरोसे छोड़ रखा है.
इलाज के अभाव में मवेशियों की हो रही है मौत
सतीश पूनिया ने कहा, 'लंपी संक्रमण से गायों को बचाने के लिए राज्य सरकार के स्तर पर ना तो उचित उपचार की सुविधा है और ना ही राज्य सरकार गायों के टीकाकरण पर ध्यान दे रही है. ऐसे में लाखों गाय काल कवलित हो चुकी हैं, जिनके शवों के निस्तारण के लिए गहलोत सरकार जमीन भी उपलब्ध नहीं करा पा रही है.'
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क्या है भारतीय जनता पार्टी की मांग?
भारतीय जनता पार्टी ने मांग की है कि लंपी संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार के स्तर पर सभी जिलों में विशेष दल गठित हों, पशुपालन विभाग में लंबित भर्तियां पूरी हों, पशुओं के लिए दवाईयों और टीकाकरण की उचित उपलब्धता हो और साथ ही समय पर इलाज मिले, जिससे गायों सहित सभी पशुओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. उन्होंने कहा कि जिन पशुपालकों एवं किसानों के पशुओं की संक्रमण से मौत हो गई, उनको राज्य सरकार आर्थिक संबल प्रदान करे, जिससे उन्हें आजीविका में मदद मिल सके.
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