डीएनए हिंदी: उदयपुर मर्डर केस में पाकिस्तान और आतंकी संगठन का हाथ होने की भी आशंका जताई जा रही है. आरोपी चरमपंथी संगठन के सदस्य भी थे. आरोपियों ने हत्या का वीडियो भी बनाया था और हत्या भी आईएस (ISIS) के अंदाज में की थी. फिलहाल एनआईए हर एंगल से इस मामले की तहकीकात कर रही है. आतंकी कनेक्शन होने को लेकर खुद जांच एजेंसी ने बयान जारी किया है.
NIA ने टेरर कनेक्शन पर कही बड़ी बात
जांच एजेंसी ने बयान जारी कर कहा है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि उदयपुर मर्डर में आतंकी कनेक्शन नहीं है. फिलहाल इस मुद्दे पर कुछ भी कहना ठीक नहीं है क्योंकि जांच चल रही है. हत्याकांड की जांच फिलहाल शुरुआती चरण में है.
बता दें कि अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों आरोपियों में से एक मोहम्मद गौस के बारे में पता चला है कि उसने पाकिस्तान में हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली थी. साथ ही, गौस के फोन डिटेल भी खंगाले जा रहे हैं.
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AJMER Jail शिफ्ट किया गया आरोपियों को
उदयपुर हत्याकांड पर चौतरफा घिरी अशोक गहलोत सरकार ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक्शन मोड में आ गई है. राजस्थान सरकार ने एसपी और आईजी को हटा दिया है. हिंदू टेलर कन्हैयालाल की हत्या में शामिल दोनों आरोपियों को अजमेर जेल (Ajmer high-security jail) में शिफ्ट कर दिया गया है.
बता दें कि अजमेर जेल हाई सिक्योरिटी वाली जेल में मानी जाती है. केस की संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है. पीड़ित परिवार से सीएम गहलोत ने मुलाकात की है और मुआवजे का भी ऐलान किया है.
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