डीएनए हिन्दी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बहाराइच (Bahraich) के कतर्नियाघाट इलाके में गिरिजा बैराज से बहने वाली गेरुआ नदी में बाघ (Tiger) तैरता हुआ दिखा. बाघ की खबर फैली तो गिरिजा बैराज पर भीड़ लग गई. सूचना मिलने पर डीएफओ अपनी पूरी टीम के साथ गिरिजा बैराज पर पहुंच गए और ड्रोन कैमरे से सर्च अभियान चलाया. इसी दौरान नाव पर सवार कुछ लोग दिखे जो काफी सहमे थे. पानी का बहाव कम होने पर बाघ तैरते हुए नदी के किनारे पहुंचा और छलांग लगाकर गन्ने के खेत से जंगल की ओर चला गया.
बहराइच में स्थित कतर्नियाघाट क्षेत्र में गिरिजा बैराज है. यहां गोरुआ और कौड़िया नदी का संगम है. गुरुवार की दोपहर गेरुआ नदी में लोगों को एक बाघ तैरता दिखा. लोगों का कहना है कि बीच-बीच में बाघ पानी के तेज बहाव में बह भी रहा था. लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना पर कतर्नियाघाट डीएफओ आकाशदीप वधावन टीम के साथ मौके पहुंचे. इसके बाद बैराज के गेट को थोड़ा नीचे करवाया गया। इससे पानी का बहाव कम हो गया.
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नतीजा यह हुआ कि बाघ आसानी से तैरने लगा. ड्रोन कैमरे से निगरानी कराई गई तो नाव पर सवार कुछ लोग दिखे. इन लोगों के किनारे आने पर पूछताछ की गई. इन लोगों ने बताया कि बाघ तैरता हुआ नदी के किनारे पहुंचा और छलांग लगाकर गन्ने के खेत से होते हुए जंगल में चला गया. बाघ के सुरक्षित निकलने के बाद वन विभाग की टीम ने राहत की सांस ली.
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