डीएनए हिन्दी: फल्गु नदी के किनारे गया के विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर का बुधवार को शुद्धिकरण किया गया. ध्यान रहे कि बिहार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री इसराइल मंसूरी के मंदिर गर्भगृह में जाने की वजह से काफी बवाल मचा था. गया की आम जनता का कहना था कि इससे मंदिर अशुद्ध हो गया है. इसी को ध्यान में रखते हुए मंदिर मैनेजमेंट ने इसका शुद्धिकरण करवाया है.
गौरतलब है कि हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया के दौरे पर गए थे. मुख्यमंत्री पितृपक्ष मेले की तौयारियों का जायजा लेने गया पहुंचे थे. अपनी यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर भी गए थे. मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री इसराइल मंसूरी भी थे. दोनों मंदिर के गर्भगृह में चले गए थे. इसके बाद काफी बवाल मचा था. खास कर राजनीतिक बवाल. ध्यान रहे कि विष्णुपद मंदिर में गैरहिन्दुओं का प्रवेश वर्जित है.
यह भी पढ़ें, हाई-टेक हुई बिहार सरकार, इस बार ₹21,500 में गया में करें ऑनलाइन पिंडदान!
बुधवार को विष्णुपद मंदिर प्रबंध समिति द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण और अनुष्ठान के साथ गर्भगृह का शुद्धिकरण किया गया. मंदिर का शुद्धिकरण गंगाजल और फल्गु नदी के जल से किया गया. शुद्धिकरण के दौरान मंदिर के पुजारियों के अलावा बड़ी संख्या में आम लोग भी मौजूद थे.
इसके बाद प्रबंध समिति का कहना था कि मंदिर के बाहर दीवार पर साफ-साफ लिखा है कि गैरहिन्दुओं का प्रवेश वर्जित है. इसके बावजूद ऐसी घटना घटी. आगे से इस तरह की गलतियों को रोकने के लिए अतिथियों के प्रवेश से पहले जिला प्रशासन से लिस्ट मांगी जाएगी.
वहीं, विष्णुपद मंदिर विवाद को लेकर मुजफ्फरपुर सीजीएम कोर्ट में मंत्री मंसूरी और 7 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है. साथ ही मंत्री पर धार्मिक भवनाओं को भड़काने का आरोप लगाया गया है. कोर्ट इस मामले में 2 सितंबर को सुनवाई करेगी.
दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मंत्री इसराइल मंसूरी का इस्तीफा मांगा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.