क्या ममता बनर्जी हैं RSS की 'दुर्गा'? पश्चिम बंगाल की CM के बयान पर मचा सियासी बवाल

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 02, 2022, 09:53 AM IST

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

ममता बनर्जी के आरएसएस की प्रशंसा वाले टिप्प्णी के बाद देश में सियासी बवाल मचा हुआ है. बीजेपी विरोधी सभी पार्टियां ममता पर हमलावार हो गई हैं. लेफ्ट पार्टियों ने तो उन्हें आरएसएस का दुर्गा कह डाला... 

डीएनए हिन्दी: राजनीति में भारतीय जनता पार्टी की कट्ट्रर विरोधी ममता बनर्जी ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रशंसा करके सबको चौंका दिया. देखा जाए तो एक तरह से ममता ने आरएसएस की तारीफ कर दी. उन्होंने कहा कि आरएसएस इतना खराब नहीं है. आरएसएस में कई ऐसे लोग हैं जो बीजेपी का समर्थन नहीं करते हैं. ममता के इस बयान के बाद सियासी बवाल मचना तय था. न सिर्फ बंगाल बल्कि देशभर में ममता के इस बयान के बाद राजनीतिक दलों के बयान सामने आने लगे हैं.

ममता के बयान पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम), कांग्रेस और सीपीएम सहित कई दल ममता पर हमलावर हो गए हैं. वहीं बीजेपी ने कहा कि ममता बनर्जी से हमें सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. दूसरी ओर आरएसएस ने ममता से कहा कि वह हमारी सराहना न करें बल्कि जो राजनीतिक हिंसा हो रही है उसे रोकने की कोशिश करें.

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एमआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ममता के बयान पर करारा हमला किया है. उन्होंने कहा कि ममता ने 2003 में आरएसएस को एक देशभक्त संस्था कहा था. बदले में आरएसएस ने उन्हें देवी दुर्गा कहा था. ओवैसी ने ममता पर तंज कसते हुए कहा कि टीएमसी के मुस्लिम चेहरे अब समाज में अपना पक्ष कैसे रखेंगे. दूसरी तरफ, ओवैसी के बयान के ममता ने हल्के में लिया है. टीएमसी सांसद सौगत राय ने कहा कि हमें ओवैसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. ममता बनर्जी ने यह कहने की कोशिश की है कि हर संगठन में अच्छे और बुरे लोग हैं.

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आरएसएस के सराहना वाले बयान के बाद कांग्रेस भी ममता पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब ममता ने आरएसएस की तारीफ की है. उन्होंने 2003 में आरएसएस के पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में भाग लिया था और तत्कालीन लेफ्ट गवर्मेंट को हटाने से लिए समर्थन मांगा था. चौधरी ने कहा कि ममता चुनावी फायदे के लिए कभी मुसलमानों तो कभी कट्टर हिन्दुओं को लुभाती रहती हैं. वह एक बार फिर बेनकाब हो गई हैं.

सीपीएम ने ममता के बयान पर कहा है कि यह साबित होता है कि ममता आरएसएस ताल्लुक रखती हैं. सीपीएम के केंद्रीय समिति के सदस्य सजान चक्रवर्ती ने कहा कि ममता की टिप्पणी लेफ्ट पार्टियों के इस रुख का समर्थन करती है कि उनका आरएसएस से संबंध है. वहीं, सीपीएम के मोहम्मद सलीम ने कहा कि आरएसएस ने उन्हें दुर्गा कहा और वह आरएसएस के लिए दुर्गा की भूमिका निभा रही हैं.

बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि ना तो आरएसएस को और ना ही बीजेपी को ममता से किसी सर्टिफिकेट की जरूरत है.

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