Eknath Shinde के लिए मुसीबत बनेंगे उनके साथ आए विधायक? कहीं फुस्स न हो जाए पूरी प्लानिंग!

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 03, 2022, 06:25 PM IST

Maharashtra Politics में शिवसेना से बगावत कर एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया था. शिंदे को सीएम पद भी मिला है. वही अब उनके विधायक भी बगावत करने लगे हैं.

डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) बीजेपी के लिए सत्ता दिलाने के लिहाज से गेम चेंजर साबित हुए हैं. उन्होंने शिवसेना के नाराज विधायकों को अपने पाले में लाकर पार्टी ही तोड़ दी थी. इससे सबसे बड़ा झटका शिवसेना प्रमुख और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को लगा था. राज्य में एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली है और कैबिनेट का विस्तार भी हो गया है लेकिन उनकी प्लानिंग फेल होती दिख रही है क्योंकि उनके गुट के विधायक अब उनका ही साथ छोड़ने के संकेत दे रहे हैं. 

दरअसल, महाराष्ट्र की राजनीति में गेम चेंजर साबित हुए एकनाथ शिंदे के गुट के विधायक अब शिंदे से ही नाराज हो गए हैं जिसके चलते मुख्यमंत्री की मुसीबतें बढ़ गईं हैं. इसके चलते ही महाराष्ट्र में कैबिनेट का दूसरा विस्तार नहीं हो पा रहा है. जानकारी के मुताबिक शिवसेना से बागी हुए ज्यादातर विधायक एकनाथ शिंदे सरकार में मंत्री बनना चाहते हैं और यही शिंदे के लिए मुसीबत है. 

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शिंदे की विधायकी पर मंडरा रहा है खतरा

गौरतलब है कि फिलहाल असली शिवसेना और नकली शिवसेना का विवाद भी जारी है और यह मामला सुप्रीम कोर्ट समेत चुनाव आयोग की देखरेख में है. ऐसे में चर्चा है कि कुछ ऐसे विधायक भी हैं जो मंत्री न बन पाने की स्थिति में उद्धव ठाकरे गुट के साथ जा सकते हैं ऐसा होता है तो एकनाथ शिंदे के लिए यह बड़ी मुश्किल होगी और उनकी सीएम की कुर्सी जाने के साथ ही विधायकी भी जा सकती है. 

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ऐसा नहीं है कि पूरे विधायक उद्धव ठाकरे के साथ गए तभी शिंदे को दिक्कत होगी. शिंदे गुट के 4 विधायक भी यदि उद्धव के साथ चले गए तो राज्य में राजनीतिक बवाल खड़ा हो सकता है. महज चार विधायकों के जाने पर पार्टी की पावर सीधे तौर  उद्धव के हाथ में चली जाएगी. वहीं विधानसभा में एंटी डिफेक्शन लॉ के तहत शिंदे और उनके गुट के सभी विधायकों की विधायकी तक जा सकती है. 

क्यों नाराज हैं शिंदे गुट के विधायक

आपको बता दें कि पहले कैबिनेट विस्तार में एकनाथ शिंदे गुट के 40 में से 9 विधायक ही मंत्री बने थे. ऐसे में बाकी लोगों के बीच असंतोष है कि उन्हें शिवसेना से बगावत करने पर आखिर क्या मिला है. उनका मानना है कि उन्हें शिंदे द्वारा जो सम्मान मिलना चाहिए थे वह नहीं मिला है. इसके अलावा कुछ विधायकों को चुनावी लिहाज से भी शिवसेना से बगावत करने के नुकसान का डर सताने लगा है.

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उल्टा पड़ सकता है दांव

ये वे सभी अहम कारण हैं जिसके चलते महाराष्ट्र में एक बार फिर बड़ा सियासी ड्रामा हो सकता है और एकनाथ शिंदे ने जो खेल पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के साथ खेला था वह उल्टा पड़ सकता है. इससे उनका राजनीतिक भविष्य भी खतरे में आ सकता है. दूसरी यह बीजेपी (BJP) के लिए एक बार फिर सत्ता से बाहर रहने का कारण बन सकता है और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की प्लानिंग फ्लॉप हो सकती है. 

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