Assam Flood Photos: आसमान से बरस रही आफत, बाढ़ में डूबे घर, पटरियां, जनजीवन अस्त-व्यस्त 

Assam Rain असम में भारी बारिश से आई बाढ़ के कारण हालात चिंताजनक हो गए हैं. राज्य के 20 जिलों के करीब दो लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

असम में आसमान से आफत बरस रही है. मूसलाधार बारिश की वजह से प्रदेश भर में बाढ़ के हालात बने हैं. कई शहरों और नदियों में पानी खतरे के निशान से ऊपर पर बह रहा है. प्रदेश भर में अलर्ट जारी कर दिया गया है. तस्वीरों में देखें हालात कितने गंभीर हैं. 

652 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं 

 10 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फसलें पानी में समा गई हैं. पुल और संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो जाने से कई इलाकों में लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, बाढ़ की वजह से 652 गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. इस प्राकृतिक आपदा से अब तक राज्य में एक बच्चे सहित 5 लोगों की मौत हो चुकी है.
 

कुछ इलाकों में भूस्खलन की वजह से बढ़ा खतरा

बाढ़ की वजह से 202 मकान पुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. लगातार बारिश के कारण बीते शनिवार को दीमा हसाओ जिले के 12 गांवों में भूस्खलन हो गया था. बारिश और भूस्खलन को देखते हुए लोगों को घरों में रहने का निर्देश दिया गया है. लोगों को गाड़ी चलाने और खतरे वाले क्षेत्रों में भी जाने से बचने की सलाह दी गई है.

कई जगहों पर भूस्खलन में सड़कें और ट्रैक खराब हो गया

 असम के कई जिलों में भारी बारिश (Assam Rains) और भूस्खलन की घटनाओं ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कई जगहों सड़कें बह गई हैं और रेलवे ट्रैक खराब हो गया है. कुछ जगहों पर रेलवे ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह जाने और ट्रैक पर मलबा जमा हो जाने की वजह से रेलवे ने कई रेलगाड़ियां कैंसल कर दी हैं.

सोशल मीडिया पर असम के लिए हो रही प्रार्थना

असम में आई बाढ़ से 20 जिलों के लगभग 2 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. लगातार बारिश से आए भूस्खलन से रेल और सड़क संपर्क टूट गया है. सोशल मीडिया पर लोग असम के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. असम के मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश के हालात नियंत्रण में हैं और प्रभावित क्षेत्रों तक हर संभव मदद की जाएगी.

ट्रेन सेवाएं प्रभावित

लुमडिंग मंडल में लगातार बारिश, भूस्खलन और जलभराव की वजह से ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं. पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने इस क्षेत्र से होकर गुजरने वाली ट्रेनों के रूट में बदलाव किया है। यहां दो ट्रेनें बाढ़ के पानी में फंस गई थीं.  इनमें सवार करीब 1400 यात्रियों को सेना और वायुसेना की मदद से निकाला गया है.

सेना और अर्धसैनिक बल राहत अभियान में जुटे

राज्य सरकार ने हालात से निपटने के लिए सेना, अर्धसैनिक बल, एनडीआरएफ और अग्निशमन कर्मियों को बचाव एवं राहत कार्य में लगाया है. होजई, लखीमपुर और नागांव जिलों में कई सड़कें, पुल और सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इस कारण राहत दलों को बाढ़ में फंसे लोगों तक पहुंचने में देरी हो रही है. 

दीमा हासो जिले का संपर्क टूटा 

भारी बारिश और बाढ़ का असर दीमा हासो जिले पर काफी बुरा पड़ा है. जिले के ज्यादातर हिस्से का संपर्क टूट गया है. बारिश की वजह से बिजली और दूसरी सेवाएं भी प्रभावित हैं. भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर एक बीएसएफ कैंप भी पूरी तरह से नष्ट हो गया है.