Delhi-NCR Rain: झूमकर हुई बारिश, 100 किमी. रफ्तार से चली हवा ने पेड़ों को उखाड़ा

Delhi-NCR Weather: सोमवार को गर्मी से परेशान दिल्ली के लोगों के लिए बारिश बड़ी राहत के तौर पर आई लेकिन कई जगहों पर पेड़ गिरने और ट्रैफिक जाम लग गया.

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 30, 2022, 07:33 PM IST

1

तेज हवाओं और आंधी की वजह से संचार भवन के पास एक डीटीसी बस पर पेड़ गिर गया. इस वजह से इलाके में काफी देर तक ट्रैफिक बाधित रहा है. हालांकि, बारिश ने मौसम सुहाना बना दिया है और शाम को लोग घरों से बाहर निकलकर मौसम का लुत्फ उठा रहे हैं. 

2

दिल्ली में आज 100 किमी. की रफ्तार से चली हवाओं और आंधी की वजह से कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए हैं. पार्लियामेंट स्ट्रीट में भी इसी तरह की घटना हुई और पेड़ का बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे रखे 2 कार पर गिर गया था. कई इलाकों में जलभराव की वजह से भी ट्रैफिक प्रभावित हुआ है. 
 

3

दिल्ली के अलावा गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा आदि में भी आंधी-तूफान और बारिश से मौसम का मिजाज बदल गया है मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर के अलावा रोहतक, भिवानी और हरियाणा के कई इलाकों में भी बारिश हुई है. बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट देखी गई है. 
 

4

एएनआई ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि दिल्ली में खराब मौसम के चलते 8 उड़ानों को जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़, अहमदाबाद, देहरादून के लिए डायवर्ट किया गया है. तेज बारिश की वजह से इन उड़ानों को डायवर्ट किया गया. हालांकि, मौसम साफ होने के बाद अब स्थिति पहले की तरह सामान्य हो गई है. 
तस्वीर: तेज बारिश के दौरान बीजेपी मुख्यालय की है.

5

बारिश के साथ दिल्ली-एनसीआर में 100 किमी. की रफ्तार से धूल भरी हवाएं भी चलीं. तूफानी हवाओं की वजह से पेड़ तक टूटकर गिए गए थे. मौसम विभाग का अनुमान है कि जून के पहले सप्ताह में तापमान 40 डिग्री से नीचे रह सकता है.

6

तेज हवाओं और बारिश का असर है कि जामा मस्जिद का गुंबद भी अपनी जगह से थोड़ा लुढ़क गया है. दिल्ली के अलावा आज पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई है. उत्तराखंड में भी तेज बारिश हुई है.

7

दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 1 जून की अपनी सामान्य तारीख से तीन दिन पहले रविवार को केरल में दस्तक दे चुका है. मौसम विभाग ने कहा कि केरल में शनिवार से बारिश हो रही है और राज्य में अब तक 2.5 मिमी से अधिक बारिश हुई है. मानसून केरल और तमिलनाडु और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ चुका है.