डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के वाराणसी (Varanasi) में ज्ञानवापी सर्वे से जुड़ी एक अहम जानकारी मिली है. ज्ञानवापी में सर्वे का आदेश देने वाले सिविल जज को पत्र लिखकर धमकी दी गई है. सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार (Civil Judge Ravi Kumar) दिवाकर को भेजे गए पत्र में धार्मिक उन्माद फैलाने की धमकी दी गई है. पुलिस ने न्यायाधीश रवि कुमार के अर्दली की तहरीर के आधार पर धार्मिक उन्माद फैलाने का केस दर्ज किया है. पुलिस ने न्यायाधीश रवि कुमार की सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये हैं.
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इस्लामिक अगाज मूवमेंट का लेटर पैड
जज रवि कुमार के अर्दली राजेश कुमार सोनकर के मुताबिक मंगलवार को सिविल जज के नाम से रजिस्टर्ड डाक से पत्र आया है. प्राप्त पत्र को जब सिविल जज सीनियर डिवीजन ने खोला तो उसमें धार्मिक उन्माद फैलाने संबंधी बातें लिखी थीं. जानकारी के अनुसार सिविल जज रवि कुमार (Civil Judge Ravi Kumar) को मिला पत्र नई दिल्ली के इस्लामिक अगाज मूवमेंट संगठन के कासिम अहमद सिद्दीकी के लेटर पैड पर लिखा था.
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आपको बता दें कि सिविल जज ने विवादित स्थल के सर्वे का आदेश दिया था. सर्वे का आदेश देने वाले सिविल जज को धमकी दी गई है. जज रवि कुमार दिवाकर ने इसकी शिकायत डीजीपी, अपर मुख्य सचिव गृह और पुलिस आयुक्त से भी की है. कैंट इंस्पेक्टर प्रभुकांत ने बताया कि सिविल जज रवि कुमार (Civil Judge Ravi Kumar) के अर्दली राजेश कुमार सोनकर की शिकायत पर कैंट पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने जज की सुरक्षा के लिए 10 पुलिसकर्मियों को तैनात किया है.
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