डीएनए हिंदी: जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद (Lalu Yadav), उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. आरोप है कि रेल मंत्री रहने के दौरान लालू यादव ने पटना के 12 लोगों को ग्रुप डी में चुपके से नौकरी दी और उनसे अपने परिवार के लोगों के नाम पर पटना में जमीनें लीं.
अधिकारियों ने कहा कि लालू यादव की बेटी मीसा भारती और रेलवे के एक पूर्व जनरल मैनजेर को भी हाल ही में सीबीआई की एक विशेष अदालत में दायर चार्जशीट में आरोपी के रूप में नामित किया गया है. केंद्रीय एजेंसी ने 23 सितंबर 2021 को रेलवे में कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाले से संबंधित प्रारंभिक जांच दर्ज की थी, जिसे 18 मई को एक प्राथमिकी में बदल दिया गया था.
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जमीन के बदले नौकरी देने का आरोप
सीबीआई के अनुसार, उम्मीदवारों को कथित तौर पर रेलवे अधिकारियों द्वारा “अनुचित हड़बड़ी” में आवेदन करने के तीन दिनों के भीतर ग्रुप-D पदों पर विकल्प के रूप में नियुक्त किया गया था और बाद में व्यक्तियों ने स्वयं या उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी जमीन लालू के परिजनों के नाम कर दी थी.
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एजेंसी का आरोप है कि यह हस्तांतरण राबड़ी देवी और बेटियों मीसा भारती व हेमा यादव के नाम पर किया गया था. एजेंसी ने आरोप लगाया है कि पटना में करीब 1.05 लाख वर्ग फुट जमीन लालू यादव के परिवार के सदस्यों ने विक्रेताओं को नकद भुगतान कर अधिग्रहित की थी.
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