डीएनए हिंदीः मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के राजगढ़ जिले से पुलिसकर्मियों की बेशर्मी का मामला सामने आया है. राजगढ़ (Rajgarh) जिले के बोडा में पुलिसकर्मियों ने एक युवक के साथ बड़ी बेरहमी से मारपीट की है. मारपीट में युवक को गंभीर चोटें आयी हैं. पुलिसकर्मियों के मारपीट करने के दौरान युवक के कान का पर्दा और शरीर के कई हिस्सों की चमड़ी फट गई. युवक द्वारा मामले की शिकायत एसपी से करने के बाद एएसआई समेत 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है.
यह भी पढ़ेः बायोटेक स्टार्टअप एक्सपो में बोले पीएम मोदी, आठ साल में आठ गुना बढ़ी देश की बायो इकोनॉमी
पीड़ित बोड़ा थाना क्षेत्र के गांव कड़िया का रहने वाला है. पीड़ित शुभम सिसोदिया सांसी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि वह 29 मई को भेसवा माता गांव में एक कार्यक्रम में शामिल होने गया था. कार्यक्रम के दौरान ही पुलिस ने उसे एक मामले में आरोपी बताते हुए गाड़ी में बैठा लिया और लीमा चौहान थाने ले गई. जहां थाने में उसे करीब एक घंटे तक जमकर पीटा गया. युवक ने आरोप लगाया कि पिटाई के बाद उसे बोडा थाने लाया गया, रास्तेभर भी उसके साथ मारपीट की गई. युवक के मुताबिक पुलिस ने बोडा थाने के पीछे भी ले जाकर फिर से मारपीट की. इसके बाद पुलिस उसे नरसिंहगढ़ ले गई, जहां उसके साथ रातभर मारपीट की गई.
50 हजार रिश्वत लेने का आरोप
पीड़ित युवक की मां का आरोप है कि पुलिस ने 50 हजार की रिश्वत ली है. घटना की जानकारी होने पर युवक के माता पिता बोडा थाने पहुंचे और युवक को कोर्ट में पेश करने के लिए कहा. 30 मई की सुबह पुलिसकर्मी युवक को फिर से बोडा थाने लाए. पीड़ित की मां के टीआई राम नरेश राठौर को 50 हजार रुपये देने के बाद युवक को छोड़ा गया. पुलिसकर्मी द्वारा युवक से कहा गया कि वह घटना का जिक्र किसी से भी ना करे.
यह भी पढ़ेः Moose wala Murder: मूसेवाला मर्डर केस में ISI कनेक्शन आया सामने, खालिस्तानी आतंकी से भी जुड़े तार
मेडिकल कराने से भी रोकने का प्रयास
युवक ने बताया कि मारपीट के कारण उसके कान में बहुत दर्द हो रहा था. इसलिए वह 1 मई को शुजालपुर डॉक्टर को कान दिखाने गया. यहां डॉक्टर ने कान का पर्दा फटने की बात कही. डॉक्टर ने इसे पुलिस केस बताते हुए मेडिकल करवाने के लिए कहा. युवक के मुताबिक रात 8 बजे वह पचोर सरकारी अस्पताल में मेडिकल करवाने पहुंचा तो वहां से उसे शाजापुर के लिए रैफर कर दिया गया. युवक ने अगले दिन शाजापुर अस्पताल पहुंचकर जांच करवाई, तभी शाजापुर के दो पुलिसकर्मी ने अस्पताल आकर उसे धमकाया. युवक दहशत के कारण बिना जांच रिपोर्ट लिए गांव लौट गया.
इसके बाद युवक 6 तारीख को राजगढ़ (Rajgarh) पहुंचा और एसपी प्रदीप शर्मा से मारपीट की शिकायत की. एसपी प्रदीप शर्मा ने 5 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया. लेकिन 50 हजार रिश्वत लेने वाले थाना प्रभारी राम नरेश राठौर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. युवक के अनुसार वह अगले दिन भोपाल पहुंचा और डीआईजी, मानव अधिकार, मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायती आवेदन दिया. इसके अलावा उसने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से भी अपनी पीड़ा बताई.
.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.