Primary School के बच्चों से उठवाया सिलेंडर, अधिकारियों ने सबक सिखाने के लिए दी 'गजब सजा'

Written By यशवीर सिंह | Updated: May 12, 2022, 07:09 PM IST

School Students

Primary School: मिर्जापुर के एक प्राइमरी स्कूल के बच्चों की साइकिल पर सिलेंडर ले जाते हुए वीडियो वायरल हो रही है.

डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों से जुड़े वीडियो आए दिन वायरल होते रहते हैं. अब पूर्वी यूपी के मिर्जापुर के एक प्राइमरी स्कूल के बच्चों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में प्राइमरी स्कूल के स्टूडेंट्स सिलेंडर उठाकर स्कूल ले जाते दिखाई दे रहे हैं.

वीडियो वायरल होने पर शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों द्वारा संबंधित प्राइमरी स्कूल में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रविंद्र को निलंबित कर दिया है. इस दौरान उन्हें आधा वेतन दिया गएगा. इतना ही नहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने तय किया है कि निलंबन की अवधि के दौरान रविंद्र को महंगाई भत्ता नहीं दिया जाएगा.

क्या है मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मिर्जापुर के मुंहकुचवा स्थित प्राइमरी स्कूल कम्पोजिट विद्यालय का गैस सिलेंडर लाने के लिए प्रिंसिपल ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रविंद्र को भेजा था. वह अपने साथ विद्यालय के 4 बच्चों को दो साईकिल के साथ ले गया. उसने गैस सिलेंडर विद्यालय तक पहुंचाने के लिए बच्चों को कहा.

पढ़ें- Uttar Pradesh: School में चली गोली, मचा हड़कंप, एक छात्र घायल

बच्चे किसी प्रकार से सिलेंडर अपनी साइकिलों पर लाद कर विद्यालय पहुंचे. इस दौरान उनका सिलेंडर उठाकर साइकिल पर रखते हुए और स्कूल जाते समय किसी ने वीडियो बना लिया. यही वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है. वायरल वीडियो संज्ञान में आने के साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी पहाड़ी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी.

पढ़ें- National Anthem in Madarsa: मदरसों में अनिवार्य किया गया राष्ट्रगान, योगी सरकार का ऐलान

जांच में मामला सही पाए जाने पर विद्यालय के आरोपी चपरासी को निलंबित कर दिया गया है. रविंद्र को लालगंज कार्यालय से अटैच किया गया है. इस अवधि के दौरान आरोपी को आधा वेतन मिलेगा और महंगाई भत्ता नहीं दिया जाएगा.

पढ़ें- Gyanvapi Survey Case: ज्ञानवापी मस्जिद पर बड़ा फैसला, कोर्ट कमिश्नर बदलने की मांग खारिज

मिर्जापुर के BSA गौतम प्रसाद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बच्चे विद्यालय में पढ़ने आते हैं, काम करने नहीं. लिहाजा उनकी पढ़ाई पर ध्यान दिया जाए. बच्चों से काम कराने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान स्कूल का कोई और कर्मचारी भी घटना में लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा.

देखिए वीडियो

गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.