Punjab Assembly Session: पंजाब विधानसभा में भगवंत मान सरकार ने जीता विश्वास मत, पक्ष में पड़े 93 वोट

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Oct 03, 2022, 06:43 PM IST

सीएम भगवंत मान

Punjab Assembly Session: पंजाब में भगवंत मान सरकार ने विश्वास मत जीत लिया. मुख्यमंत्री ने 27 सितंबर को विश्वास प्रस्ताव सदन में पेश किया था.

डीएनए हिंदी: पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly Session) में भगवंत मान सरकार ने सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लिया. विश्वास मत के दौरान मान सरकार के पक्ष में 93 वोट पड़े. इस कार्यवाही के बाद विधानसभा का स्पेशल सत्र समाप्त कर दिया गया. विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) ने 'ऑपरेशन लोटस' को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और छह महीने पुरानी सरकार को गिराने का आरोप लगाया.  

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 27 सितंबर को विश्वास प्रस्ताव सदन में पेश किया था. आप विधायक शीतल अंगुरल ने आज चर्चा की शुरूआत की. जैसे ही चर्चा शुरू हुई कांग्रेस के विधायक वॉकआउट कर गए. उनकी मांग थी कि विधानसभा अध्यक्ष उन्हें शून्यकाल में मुद्दे उठाने और बोलने के लिए समय दें. भाजपा के दो विधायक अश्वनी शर्मा और जंगी लाल महाजन सत्र का बहिष्कार कर रहे हैं. उन्होंने आप सरकार पर विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाकर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.

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मान और केजरीवाल की टीम ईमानदार
AAP ने कहा कि उन्होंने राज्य सतर्कता ब्यूरो को कॉल रिकॉर्डिंग और मोबाइल फोन नंबर सहित सभी विवरण सौंपे हैं और एक स्टिंग भी दिया है जो उन्होंने उन लोगों का किया था जिनका दावा था कि वे भाजपा के कहने पर उनसे मिलने आए हैं. आप विधायक शीतल अंगुरल के अनुसार, इन तीनों ने ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत धन और पद की उन्हें पेशकश की थी. स्टिंग में उनसे मिलने वालों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वे एक भाजपा नेता के साथ बैठक की व्यवस्था करेंगे जो सौदे को अंतिम रूप देंगे. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, वे कोई भी हथकंडा अपना सकते हैं लेकिन भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल की टीम ईमानदार है.

सरकार और राज्यपाल के बीच हुआ था टकराव
बीजेपी पर 'ऑपरेशन लोटस' AAP विधायकों को तोड़ने का आरपो लगाने के बाद सीएम भगवंत मान ने 22 सितंबर को विश्वास मत हासिल करने के लिए विशेष सत्र बुलाने का ऐलान किया था. लेकिन राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने इसी मंजूरी नहीं दी थी. इससे आप सरकार और राज्यपाल के बीच टकराव शुरू हो गया था. भगंवत मान ने राज्यपाल पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था.स्थिति ऐसी पैदा हो गई थी कि  22 सितंबर को AAP ने राज्यपाल के फैसले के खिलाफ चंडीगढ़ में रोष प्रदर्शन किया. 22 सितंबर को मंजूरी न मिलने के बाद सरकार ने फिर 27 सितंबर के लिए राज्यपाल से मंजूरी मांगी. राज्यपाल ने सत्र के एजेंडे के बारे में पूछा और आखिरकार उन्होंने इसकी इजाजत दे दी थी.

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पंजाब में AAP के 92 विधायक
पंजाब विधानसभा में आम आदमी पार्टी ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की थी. AAP विधानसभा में 117 सीटों में से 92 पर अपना कब्जा जमाया था, जबकि दूसरे नंबर पर कांग्रेस रही. कांग्रेस को महज 18 ही विधायक मिले. शिरोमणि अकाली दल के 3, भारतीय जनता पार्टी के दो व बसपा 1 और एक निर्दलीय विधायक है. 

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