This browser does not support the video element.

Updated: Apr 16, 2022, 05:21 PM IST

Video: धूप-अगरबत्ती की राख से खूबसूरत मूर्तियां बनाने की कहानी, यंग चेंजमेकर आकाश सिंह से मुलाकात

हर साल मंदिरों से 8 करोड़ टन के करीब वेस्ट इक्ट्ठा होता है. मान्यता के मुताबिक इसे नदी और तालाबों में प्रवाहित कर दिया जाता है. इसे देखकर ही आकाश सिंह को पर्यावरण संरक्षण का आइडिया आया और उन्होंने मंदिर में जलने वाली धूप-अगरबत्ती की राख से हैंडीक्राफ्ट बनाना शुरू कर दिया. आज वह इसके जरिए कई कैदियों को भी रोजगार दे रहे हैं. जानिए कैसे शुरू किया उन्होंने ये खास सफर