डीएनए हिंदी: प्राचीन काल से आयुर्वेद(Ayurveda) को सेहत का खजाना बताया जाता है. वह इसलिए कि आयुर्वेद का असर लम्बे समय तक आपकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. साथ ही आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों(Ayurvedic Medicine) के सेवन से आपका शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य मजबूत रहता है. इस लिए कई विशेषज्ञ यह सुझाव देते हैं कि आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों को रोजाना खान-पान में जरूरी तत्व के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए. आइए जानते हैं कुछ ऐसे औषधीय जड़ी-बूटियों के विषय में जिनका महत्व आयर्वेद में काफ़ी महत्व है:
अश्वगंधा(Ashwagandha)
आयुर्वेद में अश्वगंधा को कई बीमारियो के लिए राम-बाण बताया गया है. इसलिए एक्सपर्ट्स इसे रोजाना खान-पान में सम्मिलित करने का सुझाव देते हैं. इसका सेवन दिल से जुड़ी समस्याओं को भी जड़ से दूर कर देता है. आप इसे चूर्ण के रूप में रोजाना खाली पेट ग्रहण कर सकते हैं.
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गिलोय(Giloy)
अमृता के नाम से परिचित गिलोय कई प्रकार के बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है. हड्डियों से जुड़ी बीमारी के साथ-साथ यह दिल की बीमारी पर भी प्रभावशाली असर करता है. साथ ही यह शरीर में कम हो रही प्लेटलेट्स को भी सामान्य स्थिति में लाने में मदद करता है, इसलिए गिलोय का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद है।
आंवला(Amla)
आंवला वह आयुर्वेदिक औषधि है जिसका दीर्घकाल यानी लम्बे समय तक असर दिखाई देता है. इसके सेवन से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता की वृद्धि होती है। साथ ही यह त्वचा के लिए और उससे जुड़ी बीमारियों को जड़ से फेंकने में काफी असरदार है. हृदयरोग को मिटाने में भी आंवला कारगर साबित होता है.
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नीम(Neem)
प्राचीन काल से नीम के सेवन को उपयोगी माना गया है. किन्तु कई लोगों को इसका स्वाद खास पसंद नहीं आता है. यदि स्वाद को हम किनारे रख दें तो यह कई गंभीर बीमारियों पर असरदार साबित होता है. सेहत के लिए यह कई तरह से उपयोगी है, जैसे कपड़ों के लिए कीटनाशक के रूप में या त्वचा के लिए लेप के रूप में यह कार्य करता है।
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