Blood Thinners : ब्लड में हो रही क्लॉटिंग तो खाना शुरू कर दें लाल मिर्च, नहीं पड़ेगी दवा की जरूरत

Natural Blood Thinner: ब्‍लड (Blood) जब भी शरीर में गाढ़ा (Thick) होने लगता है तो हार्ट अटैक (Heart Attack) से लेकर स्ट्रोक (Stroke) और हाई ब्‍लड प्रेशर (High Blood Pressure) जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा (Risk of Deadly Diseases) बढ़ता है. अगर आप हाई कोलेस्‍ट्रॉल (High Cholesterol) के मरीज है तो ब्‍लड थिकनेस (Blood Thicness) की प्रॉब्‍लम आप में संभव है. तो चलिए जानें कि ब्‍लड को नेचुरल तरीके (Natural Ways) से पतला कैसे बनाया जा सकता है और ब्‍लड गाढ़ा होने पर क्‍या लक्षण नजर आते हैं.

ऋतु सिंह | Updated: Jan 01, 2023, 07:16 AM IST

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ब्‍लड थिनर (Blood Thinner) वाली दवाओं के अपने ही साइड इफेक्‍ट होते हैं.  कई बार ब्‍लड गढ़ा होने से पैरों से चलना तक मुश्किल हो जाता है और लाल या नीले चकत्‍ते उभर आते हैं. वहीं ब्‍लड ज्‍यादा पतला हो जाना भी नुकसानदयक होता है. इसलिए चलिए जानें कि ऐसी कौन सी नेचुरल चीजें हैं जो बल्‍ड को नेचुरली पतला करती हैं और साथ ही ये हाई कोलेस्‍ट्रॉल से लेकर बीपी और हार्ट डिजीज से भी बचाती हैं. 
 

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एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरा अदरक नेचुरल ब्‍लड थिनर का काम करता है. अदरक में  एस्पीरिन सैलिसिलेट सिंथेटिक गुण नेचुरल तौर पर मौजूद होता है. यही कारण है कि अगर इसका रस पिया जाए तो ब्‍लड का गाढ़ापन कम होता है. हाई कोलेस्‍ट्रॉल, बीपी और ब्‍लड सर्कुलेशन की समस्‍या वालों को ये अदरक किसी न किसी रूप में अपनी डाइट में रोज शामिल करना चाहिए. 

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अगर आप हाई कोलेस्‍ट्रॉल या ब्‍लड थिकनेस की समस्‍या से जूझ रहे तो आपके लिए कच्‍ची हल्‍दी दवा की तरह काम करेगी. अगर कच्ची हल्‍दी न मिले तो आप पाउडर या गांठ वाली हल्‍दी का प्रयोग कर सकते हैं. हल्‍दी में मौजूद करक्‍यूमिन ब्‍लड में थक्‍का बनने से रोकता है. साथ ही ये खून को पतला भी रखता है. हल्‍दी की चाय, काढ़ा आद‍ि किसी भी तरह से आप ले सकते हैं. 
 

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​ लाल मिर्च भी खून को पतला बनती है. मिर्च में सैलिसिलेट्स होता है और ये यही ब्‍लड की थिकनेस को कम करती है. आप लाल र्मिच की चटनी खाएं. सलाद या खाने में इसे यूज कर सकते हैं. मिर्च इतनी रहे कि आपको इसका तीखापन महसूस हो.
 

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नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की मानें तो विटामिन ई भी ब्‍लड की थिकनेस को कम करने का काम करता है. अगर आप खाने में पालक, सूरजमुखी के बीज और बादाम आदि खाएं तो आपको आसानी से इससे विटामिन ई मिलेगा. 
 

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हाई कोलेस्‍ट्रॉल और बीपी में लहसुन बहुत ही कारगर दवा माना जाता है. लहसुन नेचुरल एंटीबायोटिक की तरह काम करता है. साथ ही इसमें मौजूद एंटीथ्रॉम्बोटिक एजेंट खून को पतला भी बनाता है. ब्‍लड में जमा फैट को ये आसानी से पिघाला देता है. इससे ब्‍लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है और हार्ट भी बेहतर काम करता है.