76% भारतीय हैं VITAMIN-D की कमी के शिकार, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Vitamin D की कमी सेहत के लिए कई मामलों में खतरनाक साबित हो सकती है. इससे इम्यूनिटी (Immunity) भी कमजोर हो जाती है.

2020 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च में प्रकाशित एक शोध की मानें तो 76 प्रतिशत भारतीय Vitamin -D की कमी का शिकार हैं. ये आंकड़ा काफी बड़ा और चिंताजनक है. Vitamin -D की कमी सेहत के लिए कई मामलों में खतरनाक साबित हो सकती है. इससे इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है. ऐसे में Vitamin -D की पर्याप्त मात्रा लेना और कुछ जरूरी बातों की जानकारी होना जरूरी है-
 

VITAMIN D की कमी को ना करें नजरअंदाज

सभी जानते हैं कि कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर होती हैं लेकिन सच ये भी है कि VITAMIN D भी हड्डियों की सेहत के लिए बहुत जरूरी है. अगर आपको VITAMIN D की पर्याप्त मात्रा नहीं मिलती है तो आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं. 

क्या होते हैं VITAMIN D से फायदे

VITAMIN D इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार है. ये मानसिक सेहत के लिए भी जरूरी है और डिप्रेशन दूर करने में भी मदद करता है. विटामिन-डी इसलिए भी जरूरी है ताकि हमारा शरीर कैल्शियम को अच्छी तरह कंज्यूम कर पाए. 
 

क्या किया जाना चाहिए

मुंबई में रहने वाले फिटनेस एक्सपर्ट अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) कहते हैं, मैं अपने सभी स्टूडेंट्स को हर रोज सुबह 20 मिनट सूरज की रोशनी लेने के लिए कहता हूं. हमारे शरीर में कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन-डी का होना बहुत जरूरी है. विटामिन-डी हमें सबसे सरल तरीके से सूरज की रोशनी से ही मिलता है.

डाइट की भी है अहम भूमिका

फिटनेस एक्सपर्ट अभिषेक बताते हैं हर रोज सुबह 15-20 मिनट की धूप के साथ-साथ डाइट का भी खास ख्याल रखना जरूरी है. इसके लिए डेयरी प्रोडक्ट, संतरे का रस, सोया और दूध जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन जरूर करें. मशरूम और अंडे का सफेद भाग भी विटामिन- डी की कमी पूरी करने में मदद करता है.

विटामिन-डी की कमी से क्या होता है

VITAMIN D की कमी से कई ऐसे लक्षण सामने आ सकते हैं, जिनसे दिनचर्या प्रभावित होती है. इसमें हड्डियों में दर्द, पीठ में दर्द, चक्कर आना, थकान होना, बार-बार इंफेक्शन होना, बाल झड़ना, एंग्जाइटी इत्यादि शामिल है. अगर ऐसे कोई भी लक्षण सामने आ रहे हैं तो आपको अपना विटामिन-डी टेस्ट करवाना चाहिए. 

क्या सप्लीमेंट्स से फायदा होता है

गर्भवती महिलाओं, बच्चों और 65 वर्ष की उम्र से बड़े लोगों को अक्सर विटामिन-डी सप्लीमेंट्स दिए जाते हैं. ये सप्लीमेंट्स तब ही लिए जाने चाहिए जब डॉक्टर की तरफ से ऐसा करने के लिए कहा जाए.