डीएनए हिंदी: बाल्को (भारत एल्युमिनियम कंपनी) ने पहली बार शुक्रवार को ट्रांसजेंडर समुदाय के चार लोगों को नौकरी दी. भवानी राठिया, आशा विश्वकर्मा, कनिश्का सोना औऱ रूपा कुरे नाम की ये चार ट्रांसजेंडर बाल्को में फोर्कलिफ्ट ऑपरेटर के तौर पर काम करेंगे.
जब भवानी राठिया ने बीते साल रायगढ़ जिले में रहने वाले अपने माता-पिता का घर छोड़ था तब उन्होंने सोचा भी नहीं था कि कभी कोई नौकरी मिलेगी.इसके बाद गरिमागढ़ में खासतौर पर ट्रांस लोगों के लिए बने शेल्टर होम में रहते हुए उन्होंने खाना बनाने से लेकर अंग्रेजी तक कई तरह के स्किल्स सीखे और नौकरी के लिए आवेदन किए. इसी का नतीजा है कि अब उनके पास रोजगार है.
थर्ड जेंडर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य और छत्तीसगढ़ मित्वा संकल्प समिति की डायरेक्टर विद्या राजपूत के मुताबिक यह ट्रांसजेंडर समुदाय की महिलाओं का दूसरा समूह है जिसे रोजगार मिला है. इससे पहले बीते साल 13 ट्रांसजेंडर्स को छत्तीसगढ़ पुलिस में नौकरी मिली थी.
बाल्को के सीईओ अभिजीत पाती ने भी ट्रांसजेंडर समुदाय को इस उपलब्धि पर बधाई दी और इस सामाजिक बदलाव में कंपनी को शामिल करने के लिए उनका शुक्रिया भी अदा किया.
इसी के साथ बाल्को छत्तीसगढ़ राज्य की पहली ऐसी औद्योगिक इकाई बन गई है जहां किसी भी तरह के लैंगिक भेदभाव से परे सभी को अपना हुनर दिखाने का मौका दिया जा रहा है.
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