Fact Check: प्रेग्नेंसी में SMOKING से बच्चे का साइज हो जाता है छोटा, लेबर पेन कम होता है

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jan 11, 2022, 06:25 PM IST

तंबाकू उत्पादों में पाया जाने वाला निकोटीन गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क और फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचाता है.

डीएनए हिंदी: प्रेग्नेंसी के दौरान स्मोकिंग करने से होने वाले बच्चे पर गहरा और बेहद खराब प्रभाव पड़ता है. गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान गर्भ में पल रहे बच्चे को क्रानियोफेशियल असामान्यताएं यानी चेहरे, मुंह और होंठों के जन्म दोष का शिकार बनाता है. साथ ही ऐसा करने से विकास मंदता और प्रीटर्म डिलीवरी का जोखिम भी बढ़ जाता है. 

इतना ही नहीं ऐसा करने पर होने वाली बच्ची को बाद में फर्टिलिटी की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है. एक स्टडी में यह जानकारी सामने आई है. यूरोपियन सोसायटी फॉर पीडियाट्रिक एंडोक्रिनोलॉजी की सलाना मीटिंग में प्रस्तुत की गई इस स्टडी में कहा गया, 'प्रेग्नेंसी के दौरान धुआं उड़ाने वाली माताओं से पैदा होने वाली बच्चियों के टेस्टोस्टेरॉन के संपर्क में आने का खतरा बढ़ जाता है जो भविष्य में उनके हार्मोन और फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है.'

इसके अलावा तंबाकू उत्पादों में पाया जाने वाला निकोटीन गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क और फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचाता है. 

इतना ही नहीं, कई महिलाएं जानबूझकर ऐसा करती हैं. ऑस्ट्रेलिया में की गई एक स्टडी के अनुसार, कई लड़कियां पहली सिगरेट ही प्रेग्नेंसी में पीती हैं. उनका मानना होता है कि प्रेगनेंसी के दौरान सिगरेट पीने से बच्चे का साइज छोटा होता है और इससे लेबर पेन कम हो जाता है. 

लेबर पेन से बचने के लिए महिलाएं स्मोकिंग का सहारा लेती हैं. इन कारणों के चलते कई बार जो लड़कियां या महिलाएं सिगरेट कम पीती थीं, वो इस पीरियड के दौरान सिगरेट ज्यादा पीना शुरू कर देती हैं. हालांकि यह एक मिथ है. प्रेग्नेंसी में स्मोकिंग करने से बच्चे की ग्रोथ पर जरूर असर पड़ता है लेकिन इससे लेबर पेन का कोई लेना देना नहीं है. यानी किसी भी तरह से प्रेग्‍नेंसी के दौरान स्‍मोकिंग करने वाली महिलाओं को भारी जोखिम उठाना पड़ सकता है.

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