Health Tips: काढ़ा बनाते समय ध्यान रखें ये बातें, खराब भी हो सकती है तबीयत

| Updated: Jan 16, 2022, 03:18 PM IST

ेसांकेतिक तस्वीर

एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह हमारी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बेस्ट तरीका होता है लेकिन हमारी जरा सी गलती या चूक इसका असर उल्टा कर सकती है.

डीएनए हिंदी: Omicron Variant के बढ़ते मामलों से बढ़े डर और नए वेरिएंट से बचाव के लिए एक बार लोगों ने काढ़ा पीना शुरू कर दिया है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह हमारी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बेस्ट तरीका होता है लेकिन हमारी जरा सी गलती या चूक इसका असर उल्टा कर सकती है. जरूरी है कि सभी चीजों को सही मात्रा या एक बैलेंस का ध्यान रखते हुए मिक्स करना चाहिए.

सूप की तरह पीने वाला होना चाहिए काढ़ा

आयुर्वेद के जानकारों के मुताबिक काढ़ा न तो ज्यादा गाढ़ा होना चाहिए और न ही पतला बल्कि वह सूप की तरह पीने लायक होना चाहिए. जरूरी चीजों को मिलाने के बाद उसे तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए. इस तरह के काढ़े को बेस्ट माना जाता है और शरीर को वायरस से बढ़िया सुरक्षा मिलती है.

काढ़ा बनाने में इन चीजों का करें इस्तेमाल

काढ़ा बनाने में लोग अक्सर काली मिर्च, दालचीनी, हल्दी, अश्वगंधा, गिलोय और सोंठ का इस्तेमाल करते हैं. ये चीजें शरीर को गर्मी देती हैं और वायरस से सुरक्षा देती हैं. 

काढ़ा बनाने में जिन चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें संतुलित मात्रा में इस्तेमाल करें. अगर काढ़ा पीने के बाद परेशानी होती है तो दालचीनी, काली मिर्च, अश्वगंधा और सोंठ की मात्रा कम कर दें.

कमजोर पाचन शक्ति वाले न पीएं

जिन लोगों की पाचन शक्ति कमजोर हो, उन्हें ज्यादा काढ़ा पीने की वजह से मुंह के छाले, एसिडिटी, पेशाब आने में परेशानी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए अगर उन्हें ऐसी परेशानी महसूस हो तो इसका सेवन कम कर देना चाहिए. 

इससे साथ ही काढ़ा ज्यादा पीने या ज्यादा कड़क काढ़ा बनाने से बीपी बढ़ सकता है और नाक से खून आ सकता है. पेशाब करते समय उन्हें जलन महसूस हो सकती है इसके साथ ही खट्टे डकार आने की समस्या भी हो सकती है. 

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