डीएनए हिंदी: कर्नाटक के शैक्षणिक संस्थान से शुरू हुए हिजाब विवाद की हाई कोर्ट में सुनवाई के बीच इंटरनेशनल फुटबॉलर पॉल पोग्बा इसमें कूद पड़े. पॉल ने इंस्टाग्राम पर रील शेयर करते हुए वीडियो पोस्ट किया जिसके साथ उन्होंने लिखा, हिंदुत्व की भीड़ कॉलेज में मुस्लिम लड़की को हिजाब पहनने पर निशाना बना रही है. इसके अगले वीडियो में पॉल ने रेसिज्म पर सवाल उठाया है. पॉल के इस वीडियो में एक तरफ हिजाब पहने लड़कियां हैं तो वहीं दूसरी ओर भगवा पहने लड़कों की भीड़ नारे लगाती दिख रही है.
फ्रांस विवाद पर कर चुके हैं विरोध
फ्रांस के स्टार मिडफील्डर पॉल पोग्बा 2020 में कार्टून विवाद और फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान के बाद चर्चा में रहे थे. पोग्बा ने अक्टूबर 2020 में फ्रांस की नेशनल टीम छोड़ने का ऐलान कर दिया था. पॉल ने यह घोषणा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के 'इस्लामवादी आतंकवाद' के बयान के बाद की थी.
मैक्रों ने कट्टरपंथी द्वारा टीचर की गला रेतकर हत्या करने के बाद 'इस्लामवादी आतंकवाद की संकीर्णता' संबंधी बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि इस्लामवादी आतंकवाद की संकीर्णता पर प्रहार जरूरी है. पोग्बा टीचर सैमुअल पैटी की ओर से क्लास में पैगंबर के विवादित कार्टून दिखाए जाने के बाद से आहत थे. जब फ्रांस सरकार ने टीचर को मरणोपरांत 'सम्मान' देने का फैसला किया तब उनका आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने टीम छोड़ने का ऐलान कर दिया.
कौन हैं पॉल पोग्बा?
फुटबॉलर पॉल पोग्बा मुस्लिम हैं. वह विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रह चुके हैं. उन्होंने 2013 में फ्रांस करियर शुरू किया था और 2018 के विश्व कप में उन्होंने उल्लेखनीय भूमिका निभाई थी. क्रोएशिया के खिलाफ फाइनल में भी उन्होंने स्कोर किया था. वह प्रीमियर लीग क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड और फ्रांस की नेशनल टीम के लिए खेलते हैं. वह मुख्य रूप से एक सेंटर मिडफील्डर के रूप में मैदान पर रहते हैं.
क्या है हिजाब विवाद?
जनवरी में उडुपी के एक सरकारी कॉलेज में मना करने के बावजूद 6 लड़कियां हिजाब पहनकर पहुंच गई थीं. इसके बाद बवाल शुरू हो गया था. कर्नाटक सरकार ने हिजाब और भगवा वस्त्र पहनकर कॉलेज आने पर स्कूल कॉलेज में ड्रेस कोड लागू कर दिया था. मामले की सुनवाई कर्नाटक हाई कोर्ट में हो रही है. मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच चुका है. सरकार ने सोमवार से 10वीं तक के स्कूल खोलने का आदेश दे दिया है.