International Women's Day: सेक्सुअल हेल्थ और वेलनेस के लिए हर महिला को जाननी चाहिए ये 10 बातें

Written By स्मिता मुग्धा | Updated: Mar 08, 2022, 07:55 AM IST

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं के अधिकारों और योगदान पर बात होती है. इन पहलुओं के साथ ही महिलाओं की सेहत भी महत्वपूर्ण है.

डीएनए हिंदी: महिला दिवस पर महिलाओं के सम्मान और अधिकारों के साथ उनके स्वास्थ्य पर भी चर्चा की जानी चाहिए. महिलाओं के स्वास्थ्य से ही जुड़ा है उनकी सेक्शुअल हेल्थ और वेलनेस. सेक्शुअल हेल्थ का अर्थ महज सेक्स समस्याओं से नहीं है बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य से भी है. इसके साथ ही मानसिक स्वास्थ्य भी जुड़ा है. आइए आसान भाषा में समझते हैं सेक्शुअल हेल्थ और वेलनेस क्या है. 

1) क्या है सेक्शुअल वेलनेस
सेक्शुअल वेलनेस को शारीरिक क्षमता, मानसिक स्थिति और सोशल वेल बीइंग से जोड़कर देखा जा सकता है. सेक्शुअल हेल्थ और वेलनेस का मतलब है कि शारीरिक संबंधों को लेकर स्वाभाविक झुकाव और आनंद महसूस करना. 

2) सेक्शुअल हेल्थ सिर्फ सेक्स से जुड़ा है? 
सेक्शुअल वेलनेस में सेक्स एक पहलू भर है और इसे पूरी तरह सेक्स से जोड़कर देखना गलत नजरिया है. सेक्शुअल हेल्थ किशोरियों से लेकर बड़ी उम्र की महिलाओं तक के लिए जरूरी है. इसमें शरीर के अंदर होने वाले बदलाव, हार्मोनल बदलावों को सहजता से स्वीकार करने जैसी बातें शामिल हैं. 

3) सेक्स से जुड़ी समस्या सेक्शुअल हेल्थ में आती है
सेक्स से जुड़ी समस्याएं सेक्शुअल हेल्थ में आती हैं लेकिन कई बार ऐसी समस्याओं के पीछे कुछ मानसिक वजहें, किसी खास तरह का मानसिक अवसाद या डर भी हो सकता है. 

4) सेक्शुअल वेलनेस का असर मानसिक अवस्था पर भी पड़ता है? 
हां, यह एक बहुत स्वाभाविक प्रक्रिया है और इसका असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. 

5) क्या सेक्शुअल वेलनेस प्रोडक्ट इस्तेमाल करना सेफ है? 
सेक्शुअल वेलनेस प्रोडक्ट अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल किए जा सकते हैं. गुप्तांगों से बदबू, स्त्राव या खुजली जैसी समस्याओं के लिए कई हेल्थ प्रोडक्ट उपलब्ध हैं. डॉक्टर की सलाह पर इन्हें इस्तेमाल कर सकते हैं. 

6) पीरियड्स से जुड़ी दिक्कतें सेक्शुअल वेलनेस में आती हैं? 
कई महिलाओं को प्री मोनोपॉज, मोनोपॉज की वजह स पीरियड्स में दिक्कतें आती हैं. पीरियड्स लगातार डिले होना या नहीं आना या पीरियड्स में बहुत ब्लीडिंग या दर्द जैसी समस्याएं दूसरी वजहों से हो सकती हैं. ऐसी किसी परिस्थिति में तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. 

7) क्या एसेक्शुअलिटी कोई बीमारी है? 
एसेक्शुअलिटी कोई बीमारी या डिसऑर्डर नहीं है. यह एक यौन प्रवृत्ति है जो महिला या पुरुष में से किसी की भी हो सकती है. ऐसे लोगों की सेक्स में दिलचस्पी नहीं होती है और यह सामान्य है. 

8) क्या सेक्शुअल प्रॉब्लम और बांझपन एक ही है
नहीं यह दोनों अलग बातें हैं और इन्हें एक नहीं कह सकते हैं. सेक्शुअल प्रॉब्लम उन महिलाओं को भी हो सकती हैं जिनके बच्चे हैं या जिन्होंने कभी गर्भधारण किया है. 

9) क्या सेक्स से जुड़ी बीमारियों का इलाज हो सकता है? 
सेक्स से जुड़ी बीमारियों का इलाज मुमकिन है. इसके लिए आपको किसी अच्छे सेक्सालॉजिस्ट से मिलना होगा और अपनी बीमारी का इलाज करवाना होगा. 

10) क्या यौन अपराध सेक्शुअल बीमारी हैं? 
नहीं, यौन अपराधों को बीमारी का नाम नहीं दिया जा सकता है. ये दोनों अलग बातें हैं.

डॉक्टर कल्पना मीणा (गायनाकॉलजिस्ट) और डॉक्टर नेहा कलवाड़िया (जनरल सर्जरी) से मिले इनपुट के आधार पर.

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