डीएनए हिंदीः तीन नए कृषि कानूनों की वापसी (Witdraw of Agriculture Bill) के बाद किसान आंदोलन (Farmer's Protest) खत्म हो चुका है. किसानों के ऐलान के बाद माना जा रहा था कि जिन रास्तों को किसानों ने बंद किया था, अब उन पर जल्द यातायात शुरू हो जाएगा. इस आंदोलन में शामिल अधिकांश किसान अपने घर लौट चुके हैं. हालांकि दिल्ली Delhi-Meerut Expressway अभी भी शुरू नहीं हो सका है. NHAI ने कहा है कि वह दिल्ली पुलिस द्वारा गाजीपुर सीमा पर बैरिकेड्स हटाने के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) के एक हिस्से को खोलने के लिए तैयार हैं. वहीं पुलिस का कहना है कि वह तभी बैरिकेट्स हटाएगी जब किसान पूरे एक्सप्रेस-वे को खाली कर देंगे. दरअसल कुछ किसान अभी भी एनएच-9 पर बैठे हुए हैं.
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राकेश टिकैत है वजह?
किसानों का कहना है कि फिलहाल वह यहां से नहीं हटेंगे. वह राकेश टिकैत के साथ ही इसे खाली करेंगे. राकेश टिकैत इसी जगह से किसान आंदोलन का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं. राकेश टिकैत ने पहले घोषणा की थी कि वह 14 दिसंबर को यूपी गेट पर वापस आएंगे. यहां से अगले दिन वह किसानों के साथ अपने गांव के लिए रवाना हो जाएंगे. फिलहाल राकेश टिकैत हरियाणा और पंजाब के दौरे पर हैं.
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NHAI ने रास्ता किया साथ
किसान आंदोलन के दौरान एनएच-9 पर स्थित यूपी गेट के पास स्टेज बनाई गई थी. पहले यहां दिल्ली पुलिस की ओर से बैरिकेट्स लगाए गए थे. बाद में एनएचएआई ने सीमेंट के बैरिकेट्स लगा गए. अब किसान आंदोलन खत्म होने के बाद एनएचएआई ने इसका निरीक्षण किया और सीमेंट के बैरिकेट्स लगाए. एनएचएआई की कहना है कि दिल्ली पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेट्स हटने के बाद इसे लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.