अश्विन के 'बस के नीचे फेंकने' वाले बयान पर रवि शास्त्री का पलटवार

Written By पुष्पेंद्र शर्मा | Updated: Dec 23, 2021, 09:51 PM IST

ravi shastri and ashwin

शास्त्री ने आगे कहा, यदि आपका कोच आपको चुनौती देता है, तो आप क्या करेंगे?

डीएनए हिंदी: भारत के स्टार ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने हाल ही खुलासा किया है कि पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री की एक टिप्पणी के बाद उन्हें ऐसा लग रहा था जैसे उन्हें "बस के नीचे फेंक दिया गया.'' जब अश्विन ने अपने करियर में एक कठिन दौर का सामना किया, तब उन्होंने कई बार रिटायरमेंट के बारे में विचार किया.

'ईएसपीएनक्रिकइंफो' के साथ एक साक्षात्कार में अश्विन से पूछा गया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2019 सिडनी टेस्ट में पांच विकेट लेने के बाद जब तत्कालीन कोच शास्त्री ने कुलदीप यादव को भारत के नंबर 1 स्पिनर बताया तो उन्हें कैसा लगा? इस पर अश्विन ने कहा, मैं 'कुचला' हुआ महसूस कर रहा था.

अश्विन के इस बयान पर रवि शास्त्री का बयान सामने आया है. रवि शास्त्री ने गुरुवार को इंडियनएक्सप्रेस के ई अड्डा कार्यक्रम में कहा, अश्विन ने सिडनी में टेस्ट नहीं खेला और कुलदीप ने अच्छी गेंदबाजी की. इसलिए यह उचित है कि मैं कुलदीप को मौका दूं. अगर इससे अश्विन को ठेस पहुंची है तो मैं बहुत खुश हूं, इसने उसे कुछ अलग करने के लिए प्रेरित किया. मेरा काम बिना एजेंडे के तथ्यों को बताना है.

शास्त्री ने आगे कहा, यदि आपका कोच आपको चुनौती देता है, तो आप क्या करेंगे? रोते हुए घर जाओगे और कहोगे कि मैं वापस नहीं आऊंगा. एक खिलाड़ी के रूप में मैं कोच को गलत साबित करने के लिए इसे एक चुनौती के रूप में लूंगा. उन्होंने कहा, 'अगर कुलदीप पर मेरे बयान से अश्विन को ठेस पहुंची है तो मुझे खुशी है कि मैंने यह बयान दिया.

शास्त्री ने कहा, अश्विन ने 2019 और 2021 में उन्होंने जिस तरह से गेंदबाजी की वह बहुत अलग है. 2018 में अश्विन को संदेश दिया था कि उन्हें फिट होना है. उन्होंने इस पर काम किया और अब देख सकते हैं कि अब उनकी गेंदबाजी कैसी है. वह विश्वस्तरीय है.

दरअसल, 'बस के नीचे फेंकना' अंग्रेजी में एक मुहावरेदार वाक्यांश है जिसका अर्थ स्वार्थी कारणों से किसी मित्र या सहयोगी को छोड़ना होता है. यह आमतौर पर किसी रिश्ते के विच्छेद का वर्णन करने के लिए उपयोग किया जाता है.


जमीनी स्तर पर कोचिंग पसंद

आईपीएल टीम से जुड़ने की अटकलों पर शास्त्री का कहना है कि मैं अभी 'बबल' से बाहर निकला हूं. इस बारे में मेरी किसी से कोई चर्चा नहीं हुई है. मैं उस पर वापस आना चाहता हूं, जो मुझे पसंद है- टीवी और मीडिया. मैं अभी जमीनी स्तर पर कोचिंग करना चाहता हूं.


विराट कोहली पर कही ये बात
उन्होंने विराट कोहली और बीसीसीआई के बीच टकराव के मुद्दे पर कहा, बेहतर संचार से कोहली-बीसीसीआई की स्थिति को संभाला जा सकता था. मैं विराट में खुद को बहुत कुछ देखता हूं. विराट के साथ मेरा रिश्ता शानदार था, दो समान विचारधारा वाले लोग अपना काम कर रहे थे.

एमएस धोनी पर उन्होंने कहा, सफेद गेंद वाले क्रिकेट की बात करें तो धोनी से तेज दिमाग कोई नहीं है. मैं धोनी को करीब से जानता हूं और अगर खेल की भलाई के लिए कुछ किया जाता है, तो क्यों नहीं किया जाए?

टीम इंडिया के नए कोच राहुल द्रविड़ के बारे में उन्होंने कहा, राहुल द्रविड़ अपना काम जानते हैं. मैं उससे बस इतना ही कहना चाहता हूं कि मजा आ जाए. केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के पास भविष्य में सफेद गेंद वाले क्रिकेट के लिए अग्रणी गुण हैं.

पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप में मिली हार पर उन्होंने कहा, 'आप पाकिस्तान के खिलाफ मैच के लिए अलग तरह से तैयारी नहीं करते. पिछले 20 वर्षों के परिणामों को देखें, तो हमारे पास 90% से अधिक जीतने का रिकॉर्ड है. किसी भी दिन कुछ भी हो सकता है लेकिन एक या दो हार के कारण कुछ भी क्यों बदलें?

आईपीएल-राष्ट्रीय टीम के हितों के टकराव पर शास्त्री ने कहा, हितों का टकराव बिल्कुल बकवास है. इसे कूड़ेदान में फेंक देना चाहिए. अगर मैं भारत का कोच हूं तो मुझे कमेंट्री करने की इजाजत नहीं दी जा सकती, यह हितों का टकराव कैसा है? लोढ़ा की रिपोर्ट में जब से यह सामने आया तब से मैं इसके खिलाफ था. आप अपने क्रिकेटरों को मौका नहीं दे रहे हैं. यह बिल्कुल बकवास है.