Death से 15 मिनट पहले क्या सोचता है इंसान? टेस्ट में हुआ रिकॉर्ड

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 08, 2022, 01:52 PM IST

वैज्ञानिकों के अनुसार, मरता हुआ दिमाग आखिरी समय में अपने जीवन के अच्छे पलों को याद करता है.

डीएनए हिंदी: क्या आपने कभी सोचा है कि मरते हुए आदमी के आखिरी ख्याल क्या होते हैं या मौत से पहले इंसान के दिमाग में क्या चल रहा होता है? अगर नहीं तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार, मरता हुआ दिमाग आखिरी समय में अपने जीवन के अच्छे पलों को याद करता है.

द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, 87 साल के एक व्यक्ति को मिर्गी के दौरे पड़ा करते थे. इसी क्रम में वह एक हॉस्पिटल में भर्ती हुआ. यहां उसके इलाज के लिए इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राम EEG (electroencephalogram) की मदद ली गई. इस दौरान हार्ट अटैक की वजह से व्यक्ति की मौत हो गई. हालांकि इस डायगनोस्टिक टेस्ट के चलते अंजाने में ही शख्स का ब्रेन मैपिंग हो गया जिससे मरने के 15 मिनट पहले के उनके विचार रिकॉर्ड हो गए. 

रिकॉर्डिंग में पाया गया कि अंतिम दौर में व्यक्ति अपने जीवन से जुड़े कुछ अच्छे पलों को याद कर रहा था. यह रिकॉर्डिंग इइजी पर हुई. शख्स की मौत के 30 सेकेंड के दौरान हार्ट बीट काफी तेज बढ़ने लगीं और तभी वैज्ञानिकों ने एक यूनिक वेव कैप्चर की. वेव का नाम Gamma Oscillations है.

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ले लुइसविले जेमर विश्वविद्यालय के न्यूरोसर्जन डॉ अजमल जेमर (Louisville Zemmar) द्वारा शोध हुआ. शोध में पाया गया कि आखिरी समय में हमारा दिमाग सपना देखने की स्थिति में पहुंच जाता है. हालांकि शरीर में जान नहीं रहती लेकिन दिमाग आखिरी स्टेज तक काम करता है. 

इधर इसे लेकर न्यूरो एंड पेन केयर क्लीनिक गुडगांव के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. भुपेश कुमार ने बताया, मरीज की मौत के दौरान गामा वेव सबसे ज्यादा एक्टिव हुईं. इसके साथ ही बीटा वेव भी एक्टिव थी जिससे मरीज को एग्जायटी होने लगी. इसके बाद एल्फा, थीटा भी एक्टिव हुए. जैसे ही व्यक्ति की डेल्टा वेव एक्टिव हुईं, वह गहरी नींद में चला गया. चूंकि व्यक्ति की गामा वेव ज्यादा हाई थीं इसी कारण वह पुरानी अच्छी यादों को याद करने लगा.

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हार्ट अटैक इलेक्ट्रोएन्सेफेलोग्राम