Pradosh And Masik Shivratri: आज है मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत, जानें पूजा मुहूर्त और शुभ योग

Written By ऋतु सिंह | Updated: Dec 20, 2022, 11:39 PM IST

Pradosh And Masik Shivratri: साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत किस दिन?

December 2022 Fast: साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत एक दिन ही रखे जाएंगे. ये दोनों ही व्रत भगवान शिव को समर्पित हैं.

डीएनए हिंदीः दिसंबर में यानी पौष माह की मासिक शिवरात्रि  (Masik Shivratri) और प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat)  इन बार एक ही दिन रखा जाएगा. भगवान शिव के लिए ही ये दोनों व्रत रखे जाते हैं. एक दिन व्रत होने के साथ ही इस दिन बेहद शुभ याेग भी बन रहा है. बस प्रदोष व्रत की पूजा शाम को और शिवरात्रि की पूजा रात में होगी.

प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि दोनों ही व्रत करने से घर-परिवार, संतान और दांपत्य सुख की प्राप्ति होती है.बता दें कि प्रदोष व्रत प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को होता है और मासिक शिवरात्रि प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को होती है, लेकिन इस बार कुछ खास संयोग से दोनों व्रत एक ही दिन रखें जाएंगे. चलिए जानते हैं साल 2022 का आखिरी प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि कब है और इस दिन कौन से संयोग बन रहा है. 

प्रदोष व्रत 2022 तिथि
पौष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 21 दिसंबर, दिन बुधवार को देर रात में 12 बजकर 45 मिनट से शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन उसी रात 10 बजकर 16 मिनट पर हो जाएगा. उदयातिथि और प्रदोष काल की पूजा का मुहूर्त देखते हुए प्रदोष व्रत 21 दिसंबर को रखा जाएगा. 

मासिक शिवरात्रि 2022 तिथि
पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 21 दिसंबर की रात 10 बजकर 16 मिनट पर हो रही है. ये तिथि अगले दिन 22 दिसंबर को शाम 07 बजकर 13 मिनट पर खत्म हो जाएगी. शिवरात्रि पूजा का मुहूर्त 21 दिसंबर को ही प्राप्त हो रहा है, क्योंकि 22 दिसंबर को चतुर्दशी तिथि शाम में ही समाप्त हो जाएगी और मासिक शिवरात्रि की पूजा रात में की जाती है. इसलिए पौष माह की मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत 21 दिसंबर को मनाई जाएगी.

प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि पूजा का मुहूर्त
21 दिसंबर को प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 29 मिनट से रात 08 बजकर 13 मिनट तक है. वहीं मासिक शिवरात्रि पूजा का मुहूर्त रात 11 बजकर 52 मिनट से देर रात 12 बजकर 47 मिनट तक है. 

21 दिसंबर को बन रहा शिव पूजा का बेहद शुभ योग 
21 दिसंबर को प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि का संयोग बनने से इस दिन पूजा का महत्व और अधिक बढ़ जाता है. इस दिन जो भी व्रत रखेगा और शिव जी की पूजा करेगा, उसे दोनों ही व्रतों का पुण्य फल प्राप्त हो सकता है. 

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