डीएनए हिंदी: आजकल के बदलते जीवनशैली में खानपान (Ayurveda Health Tips) भी पूरी तरह से बदल चुका है. काम का दबाव इस तरह हमारे सर पर मंडराता है कि हम खान-पान पर ध्यान नहीं दे पाते हैं. ऐसे में इसका असर शरीर पर पड़ता है जिससे अपच, कब्ज, एसिडिटी जैसी परेशानियां हमें जकड़ लेती हैं. शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक आहार व स्वस्थ जीवन शैली होना बहुत जरूरी है. ऐसे में आयुर्वेद (Ayurveda Health Tips) में कुछ ऐसे नियम बताए गए हैं जिनका पालन करने से हम खुदकों स्वस्थ रख सकते हैं. आइए जानते हैं आयुर्वेद के किन नियमों का पालन करने से हम रह सकते हैं निरोग.
बहुत बार ऐसा होता है कि हम सुबह और शाम का खाना छोड़ देते हैं और रात को जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं. ऐसा करने से हमें बचना चाहिए. इससे शरीर में पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है और हम बीमार पड़ सकते हैं. इसलिए कहा जाता है कि सुबह और दोपहर का खाना अच्छी तरह से करना चाहिए और रात को हल्का भोजन करना चाहिए.
आयुर्वेद ने बताया गया है कि व्यक्ति को ठंडे और बासी भोजन से बचना चाहिए. यह शरीर के मुख्य तीन प्रकृति जैसे वाद, पित्त और कफ का संतुलन बिगाड़ सकता है. इससे बीमार पड़ने का खतरा भी बढ़ जाता है. इसलिए व्यक्ति को गर्म और ताजा भोजन खाना चाहिए जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है.
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हमें बचपन से बताया जाता है कि बाहर का खाना शरीर के लिए बुरा होता है. लेकिन फिर भी समय के अभाव के कारण हम ऐसा करने से खुद को नहीं रोक पाते हैं. आपको बता दें कि बाहर के खाने से हाई ब्लड-प्रेशर, डायबिटीज, दिल की बीमारी जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है. साथ ही मोटापे का कारण भी जंक फूड को ही माना गया है. इसलिए अधिक जंक फूड खाने से जरूर बचना चाहिए.
ऐसे कई लोग हैं जिन्हें अधिक मीठा खाने का शौक होता है. लेकिन अधिक मात्रा में चीनी का सेवन भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को न्योता दे सकता है. इसलिए चीनी की जगह गुड़ या नैचुरल स्वीटनर का सेवन करें. यह आपके पेट के संबंधित सभी परेशानियों को दूर कर देगा. इसके साथ गर्म दूध में गुड़ मिलकर उसका सेवन करने से जुखाम जैसी परेशानी भी दूर हो जाती है.
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