Rabindranath Tagore Jayanti 2022: प्यार के बारे में यह खास बात कहते हैं गुरुदेव

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 09, 2022, 11:34 AM IST

Rabindranath Tagore Jayanti 2022: गुरुदेव न केवल साहित्य का नोबेल पाने वाले पहले भारतीय थे बल्कि उनकी रचना में प्रेम और जीवन का सार भी मिलता है.

डीएनए हिंदी: आज (9 मई) पूरा देश गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर ( Rabindranath Tagore Jayanti 2022 ) की 161वीं जयंती मना रहा है. कोलकाता में जन्में रवीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई, 1861 में हुआ था. यह बैशाख की एक खास तिथि थी. गुरुदेव के चाहने वाले बैशाख तिथि और 7 मई दोनों दिन उनका जन्मदिन मनाते हैं. इस बार वह तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार  आज 9 मई को है. 

 रवीन्द्रनाथ टैगोर ने भारत के राष्ट्रगान के रचयिता थे, साथ ही उन्होंने बांग्लादेश के राष्ट्रगान 'आमार सोनार बांग्ला' की भी रचना की थी. बता दें कि गुरुदेव ने मात्र आठ वर्ष की उम्र में कविता लेखन आरंभ कर दिया था. 16 साल की आयु में उन्होंने 'भानुसिम्हा' नाम से अपने कविताओं का पहला संग्रह प्रकाशित किया गया था.

गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर वह पहले गैर-यूरोपीय हैं जिन्हें 1913 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया. राष्ट्रभक्ति पर लिखी उनकी कविताओं को आज भी दोहराया जाता है. आइए उनकी जयंती पर जानते हैं कुछ अनमोल विचार. 

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