Board Exam की तैयारी के लिए ऐसे करें मेडिटेशन, स्टूडेंट्स को होते हैं मानसिक-शारीरिक कई फायदे

अनुराग अन्वेषी | Updated:Dec 21, 2023, 03:30 PM IST

शांत जगह पर करें मेडिटेशन.

Meditation Process: बोर्ड एग्जाम की तैयारी में मददगार होता है मेडिटेशन. स्टूडेंट्स यहां बताए गए आसान तरीके से मेडिटेशन कर सकते हैं. यह मेडिटेशन उनकी मेमोरी पॉवर पढ़ाएगा, पॉजिटिविटी आएगी, नेगेटिव विचार खत्म होंगे. यानी इससे स्टूडेंट्स को मानसिक और शारीरिक फायदे होंगे.

डीएनए हिंदी. अधिकतर स्टूडेंट्स स्वाभाविक रूप से बहुत चंचल होते हैं. उनके गार्जियन और टीचर बार-बार उन्हें कंसंट्रेट करने के लिए कहते हैं. कुछ स्टूडेंट्स को तो एकाग्रता के लिए मेडिटेशन (ध्यान) के अभ्यास की सलाह दी जाती है. उसके तरह-तरह के फायदे गिनाए जाते हैं. पर उन्हें कोई यह नहीं बताता कि यह मेडिटेशन यानी ध्यान आखिर किया कैसे जाता है.
और बेचारा बालमन क्या करे. वह सिर्फ हैरान-परेशान होता रहता है. न उसे कोई सवाल सूझता है न कोई जवाब. बस वह अपने से उम्र में बड़े लोगों की बातें हक्का-बक्का होकर सुनता रहता है. स्टूडेंट्स के सामने ऐसे तरह-तरह के सुझाव बोर्ड एग्जाम के समय सबसे ज्यादा आते हैं. कभी तो इस सुझाव का अंत खीज के रूप में फूट पड़ता है. गार्जियन डांटते हैं, टीचर बेइज्जत करते हैं और बेचारा स्टूडेंट? वह अपने पांव के अंगूठे से जमीन कुरेदता रहता है, को कभी नाखून चबाता हुआ खुद को कोसता रहता है. 

मेडिटेशन क्या है

लेकिन मेडिटेशन क्या होता है, इसे कैसे करते हैं और इसके क्या फायदे हैं, कोई बताता नहीं. आज यहां हम आसान भाषा में मेडिटेशन के बारे में समझा रहे हैं. मेडिटेशन के इस तरीके को अपनाकर आप अपने इस बोर्ड एग्जाम के तनाव को दूर कर सकते हैं, साथ ही अपनी एकाग्रता भी बनाए रख सकते हैं. दरअसल, मेडिटेशन एक अभ्यास है, जिसमें आप खुद को व्यवस्थित करते हैं. खुद को ट्रेंड करते हैं शांत और स्थिर रखने का. 

ध्यान का महत्व

आज विद्यार्थियों के पास कई काम हैं और वे इन्हें लेकर अक्सर तनाव में रहते हैं. दिन में दो बार 15-15 मिनट तक ध्यान करने के बाद स्टूडेंट्स अपनी बुद्धि और रचनात्मकता बढ़ा सकते हैं. मेडिटेशन से निराशा दूर होती है और मन में पॉजिटिव वेब्स पैदा होते हैं. आपकी मेंटल क्रिएटिविटी और अलर्टनेस में इजाफा होता है.

ध्यान कैसे करें

ध्यान करना इजी तो है लेकिन इसके लिए गहन अभ्यास (इंटेंस प्रैक्टिस) की दरकार होती है. इसे प्रायोरिटी और जरूरत के एकॉर्डिंग अपनाया जा सकता है. ध्यान करने के लिए एक चटाई की जरूरत होती है. आप बैठकर, लेटकर ध्यान कर सकते हैं. चाहें तो चलते-फिरते भी ध्यान किया जा सकता है. ज्यादातर लोग कुर्सी पर या जमीन पर क्रॉस लेग करके बैठते हैं.

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शांत जगह चुनें

सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण है शांत जगह की तलाश. दूसरी बात यह है कि वह जगह इतनी तो हो जहां आप चटाई पर या किसी भी चीज पर बैठकर या लेटकर आराम से रह सकें. यानी किसी तरह की परेशानी न हो जिससे आपका ध्यान भटके.

समय निर्धारित करें

अपने ध्यान की अवधि तय करें. यदि आप ध्यान में नए हैं, तो आप 5-10 मिनट से शुरुआत कर सकते हैं और धीरे-धीरे समय बढ़ा सकते हैं. जैसे-जैसे आप अधिक सहज हो जाते हैं, आप 45 मिनट या एक घंटे तक भी ध्यान कर सकते हैं. 

मुद्रा तय करें

आसन बहुत इम्पोर्टेंट है. क्योंकि यह आपके ध्यान अभ्यास पर असर करता है. और यह सीधे-सीधे आपके आराम, सतर्कता और असर को प्रभावित करता है. अगर आप जिस आसन में बैठे हैं और आपके शरीर में दर्द होने लग जाए तो जाहिर है आप ध्यान की मुद्रा में ज्यादा देर नहीं रह सकते हैं. इसलिए आरामदायक स्थिति में बैठें. यदि आप बैठकर ध्यान कर रहे हैं, तो तय करें कि आपकी पीठ सहज रूप से सीधी रहे. यानी सीधी रखने के लिए अतिरिक्त बल न लगाना पड़ रहा हो.

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सांस लेने पर ध्यान दें

जब आप ध्यान के लिए तैयार हो जाएं, तो अपनी आंखें बंद कर लें और अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें. सहज रूप से सांस लें. इस सांस लेने और छोड़ने के हर क्षण को महसूस करें. शुरुआती दिनों में आप कई बार भटकेंगे, सांसों पर से आपका ध्यान हट सकता है. कई दूसरे विचार आपके दिमाग में आएंगे. पर इस भटकाव से निराश होने के बजाय इन विचारों का निरीक्षण करें और अपना ध्यान वापस अपनी सांसों पर केंद्रित करें. आपकी सांसें आपके दिमाग को आपका ध्यान भटकाने से रोकने के लिए सहारे का काम करती हैं. 

निर्देशित ध्यान

अगर अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो रही हो, तो आप ऑनलाइन उपलब्ध कई निर्देशित ध्यान ऐप्स या वीडियो का उपयोग कर सकते हैं. ये संपूर्ण ध्यान प्रक्रिया में आपकी सहायता करने के लिए मौखिक मार्गदर्शन करते हैं.

निरंतरता

हर दिन एक ही समय पर और एक ही स्थान पर ध्यान करने का प्रयास करें. इससे एक दिनचर्या बनाने में मदद मिलती है और अभ्यास पर टिके रहना आसान होता है.

(Disclaimer: ये टिप्स सिर्फ जानकारी देने के लिए हैं. इन प्रोसेस को अपनाने के लिए किसी विशेषज्ञ की सहायता लें. बेहतर नतीजे मिलेंगे)

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