Hair Care: बालों की रीबॉन्डिंग के बारे में सोच रहे हैं तो इन बातों का रखें खयाल,जान लें नुकसान भी
Hair Rebonding किसे नहीं अच्छी लगती, इसमें आपके हेयर का लुक भी स्टाइलिश लगता है, लेकिन इसके फायदों के साथ-साथ नुकसान भी हैं. यह स्टाइल होता कैसे है और इससे आपके बालों पर क्या असर होता है. इसके फायदे और नुकसान के बारे में पढ़ते हैं
| Updated: Aug 03, 2022, 03:10 PM IST
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यह एक केमिकल स्ट्रेटनिंग (Chemical Straightening) है, जिसमें बालों में केमिकल लगाकर उन्हें स्ट्रेट तो किया जाता है, इसके साथ ही टूटे बाल निकालकर उन्हें सॉफ्ट और स्मूद किया जाता है. इसे बालों का ट्रीटमेंट कहते हैं.इस ट्रीटमेंट के दौरान कई टूल्स (Hair Tools) का इस्तेमाल होता है, जैसे आइरन और कुछ हेयर केमिकल. बालों में क्रीम लगाकर थोड़ी देर छोड़ दिया जाता है और उसके बाद हेयर स्ट्रेटनर यानी आइरन के जरिए बालों को रीबॉन्ड किया जाता है.
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बाल बहुत ही खूबसूरत लगते हैं, बालों की चमक लौट आती है. टूटे बाल भी ठीक होने लगते हैं
बाल स्मूद और घने लगते हैं, साथ ही लंबे समय तक बालों पर कोई स्टाइल करने की झंझट खत्म हो जाती है
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इसके बाद बालों का टेक्चचर ठीक हो जाता है और ग्रोथ अच्छी होती है.
बाल उलझते नहीं हैं और खुले रखने में आसानी होती है
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बाल टूटने लग जाते हैं, रीबॉन्डिंग के कुछ समय बाद ऐसा होता है
बालों में इतने केमिकल लगाते हैं कि उनकी हालत खराब हो जाती है. बाल काफी हद तक डैमज हो जाते हैं
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केमिकल लगाने की वजह से बाल जल भी जाते हैं क्योंकि आयरन लगाई जाती है
लंबे समय तक बाल हेल्दी नहीं रहते हैं
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लंबे समय तक बाल हेल्दी नहीं रहते हैं
काफी महंगा है यह हेयर ट्रीटमेंट और मेंटेन करना बहुत मुश्किल हो जाता है