Kolkata Durga Puja Pandal- कोलकाता के बाबू बागान की दुर्गा पूजा बहुत फेमस है. इस साल आजादी के 75वें महोत्सव के मद्देनजर पंडाल बना है
डीएनए हिंदी: Kolkata Durga Puja Pandal- बंगाल (Bengal Durga Puja) में दुर्गा पूजा की तैयारियां तेज हो गई हैं. अलग अलग थीम पर पंडाल बनने लगे हैं, कोलकाता के कुछ प्रमुख पंडाल हैं जिनकी पूजा बहुत ही खूबसूरत होती है, सिर्फ प्रतिमा ही नहीं बल्कि पंडाल भी किसी ना किसी थीम पर बनते हैं. दरअसल बंगाल का प्रमुख त्योहार है दुर्गा पूजा इसलिए लोग बहुत ही धूमधाम से इसे मनाते हैं. बाबू बागान का पूजा पंडाल सिक्कों की थीम पर बना है
मां तुझे सलाम की थीम पर बना पंडाल
Kolkata के बाबू बागान दुर्गा पूजा आयोजन समिति इस बार अपनी दुर्गा पूजा के 61वें साल में प्रवेश कर चुकी है.यहां पंडाल से लेकर दुर्गा प्रतिमा तक सब कुछ सिक्कों से सजाया गया है.बाबूबगान सरबजनीन दुर्गोत्सव पूजा पंडाल में इस साल की थीम 'मां तुझे सलाम' रखी गई है.
पंडाल बानने में लगे दो-तीन महीने
इस पंडाल को बनाने में दो-तीन महीने लगे हैं और इसमें 30-40 लाख का खर्च आया है. पुराने इतिहास को दोहराने के लिए ये थीम चुनी गई है. साल 2021 में यूनेस्को (UNESCO)ने कोलकाता में दुर्गा पूजा को मान्यता दी और इससे मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया.इस साल कई पूजा पंडाल आजादी के अमृत महोत्सव की थीम पर सजे हैं.
पुराने सिक्कों से बना पंडाल
इस पूजा पंडाल की थीम 'मां तुझे सलाम'के जरिए स्वतंत्रता सेनानियों और महान हस्तियों को दर्शाया गया है.इस पंडाल को पुराने सिक्कों से सजाया गया है.
हजारों सिक्के असली हैं
हजारों सिक्कों में कुछ असली हैं तो कई की प्रतिकृतियां हैं.मूर्ति को एक कॉइन म्यूजियम में रखा जाएगा.सिक्कों पर दुर्गा मां की मूर्तियों बनी हैं. इसके अलावा, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, स्वामी विवेकानंद और अन्य जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिकृतियां सिक्कों पर मौजूद हैं.
आजादी के 75 साल की थीम पर बना पंडाल
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पंडाल का दौरा किया, इसकी कोषाध्यक्ष ने कहा कि उन्हें और उनके पति को पहले से ही सिक्के जमा करने का शौक था, इसलिए ऐसे पंडाल का निर्माण हुआ है.