काली मिर्च डालकर जो रसम बनता है उससे आपका पेट साफ होता है और वजन भी कम होता है. इसमें लहसुन भी डाला जाता है.हर रसम में दाल का होना जरूरी नहीं होता, इसमें काली मिर्च, जीरा, लहसुन और करी पत्ता होता है, जिससे रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. यह पाचन भी सुधारता है. यह फोलिक एसिड, विटामिन ए, बी-3, सी, जिंक, कॉपर, मैग्नीशियम, सेलेनियम, आयरन और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत होता है. कई लोग इसमें सब्जियां भी मिलाते हैं
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दाल को प्याले में लेकर अच्छी तरह धोकर रख लें. पानी निकालकर दाल को उबाल लें. अब एक गहरे तल वाले पैन में थोड़ा घी डालें और उसमें मोटे कटे टमाटर,मिर्च,अदरक और कड़ी पत्ता डालें. सभी चीजों को अच्छे से मिला लें और अब इसमें हल्दी पाउडर डाल दें, 2 बड़े कप पानी डालें और उबाल आने दें. एक बार जब आप टमाटर को गलते हुए देखें तो उन्हें मैश करना शुरू करें. मसाला मिलाकर प्याज डालें, अब इस मिश्रण में उबली हुई दाल डालें और लगभग 5 मिनट तक पकने दें. दूसरी ओर,रसम के लिए तड़का तैयार करना शुरू कर दें. एक छोटा पैन लें और उसमें घी डालें. घी के गर्म होने पर इसमें जीरा, राई,करी पत्ता,हींग और काली मिर्च डालें. एक बार जब यह फूटने लगे तब नींबू निंचोड़ दें.
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तमिल स्टाइल वाले रसम में काली मिर्च, जीरा, लहसुन व अदरक को पीस लें, इमली के रस में टमाटर को कुचल कर डालें. तेल गर्म कर सरसों, हींग, लाल मिर्च डालें, प्याज डालकर भूनें. लहसुन वाला पेस्ट डालें, इमली का रस डाल कर कुछ देर पकाएं. तीन-चार कप पानी, नमक, धनिया-हल्दी मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं, करी पत्ता डालें और सर्व करें
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लहसुन वाले रसम में दाल हो जरूरी नहीं है, लेकिन दाल होने से उसमें थिकनेस आती है. आप चाहें तो इसमें सब्जियां दे सकती हैं, लहसुन और अदरक का पेस्ट, साथ में टमाटर का छौंक भी लगा सकते हैं. ये बहुत ही हेल्दी और टेस्टी होता है. इसमें चना दाल डालने से प्रोटीन का मात्रा बढ़ जाती है
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उलवा चारू रसम आंध्रा की स्टाइल है, वहां की फेवरेट डिश है. ये कुल्थी दाल से बनती है,इसमें काफी तीखे मसाले डाले जाते हैं, आप चाहें तो सब्जियां, जैसे अदरक, टमाटर और लहसुन का पेस्ट डाल सकते हैं,इससे इसका टेस्ट बढ़ जाता है