Hormonal Imbalance: शरीर में इन 6 हार्मोन असुंतल से तेजी से बढ़ने लगता है वजन, वर्कआउट और डाइटिंग से भी नहीं होता कम

Hormone Imbalance Health Risks: सिर्फ खराब लाइफस्टाइल ही नहीं, बल्कि इन 6 हार्मोन के असंतुलन से भी शरीर का वजन बढ़ने लगता है. यहां जानिए इसके बारे में.

डीएनए हिंदी: Hormone Imbalance Health Risks- बदलते लाइफस्टाइल और गड़बड़ खानपान की वजह से आजकल लोगों को कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. इन्हीं में से एक समस्या है वजन का बढ़ना और मोटापा बढ़ने पर डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और थॉयराइड जैसी बीमारियों का खतरा (Health Tips) बढ़ जाता है. इसके अलावा शरीर बेडौल नजर आने लगता है. ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के लिए लोग वर्कआउट, स्ट्रिक्ट डाइट का सहारा लेते हैं. लेकिन, मोटापा सर्फ गड़बड़ खानपान और गलत आदतों की वजह से ही नहीं बढ़ता, बल्कि हार्मोन्स के असंतुलन (Hormones Responsible for Weight Gain) से भी ये समस्या होने लगती है.  तो आइए जानते हैं मोटापा बढ़ने के पीछे कौन कौन से हार्मोन्स जिम्मेदार हैं. 

लेप्टिन (Leptin Hormone)

लेप्टिन हार्मोन दिमाग के उस भाग को कंट्रोल करता है जो भूख को नियंत्रित करता है. इसलिए शरीर में लेप्टिन हार्मोन के असंतुलित होने पर मस्तिष्क तक यह संदेश नहीं पहुंचा पाते जिसकी वजह से अधिक भूख लगती है, जो मोटापा बढ़ाने का कारण बनता है. 

कॉर्टिसोल (Cortisol Hormone)

कॉर्टिसोल एक स्टेरॉयड हार्मोन है जो तब एक्टिव होता है जब हम स्ट्रेस, डिप्रेशन गुस्से या फिर शारीरिक रूप से घायल होते हैं. शरीर में इसका लेवल बढ़ने से बार बार भूख लगती है, जिसकी वजह से अधिक भूख लगती है और  वजन तेजी से बढ़ता है.

न्यूरोपेप्टाइड वाई (Neuropeptide Y)

न्यूरोपेप्टाइड वाई हार्मोन भूख को बढ़ावा देता है. शरीर में न्यूरोपेप्टाइड वाई का स्तर बढ़ने से वजन भी तेजी से बढ़ने लगता है. 

ग्लूकागन पेप्टाइड 1 (Glucagon Peptide 1)

ग्लूकागन पेप्टाइड 1 हार्मोन आंत में बनने वाला एक ऐसा हार्मोन है जो खाने से मिलने वाले पोषक तत्व को आंत तक पहुंचाते हैं. रिसर्च की माने तो जिनके शरीर में ग्लूकागन पेप्टाइड 1 का स्तर अधिक होता है उनका वजन तेजी से बढ़ने लगता है.

एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन (Estrogen And Progesterone)

शरीर में एस्ट्रोजन व प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन का संतुलन भी सही होना चाहिए. मेनोपॉज, स्ट्रेस, एंटीबायोटिक दवाइयों का सेवन या फिर अन हेल्दी फूड की वजह से प्रोजेस्ट्रोन के लेवल में गिरावट देखने को मिलती है और इसकी वजह से भी वजन बढ़ने लगता है. 

इंसुलिन हार्मोन (Insulin Hormone)

दरअसल इंसुलिन हमारे शरीर में ग्लूकोज को स्टोर करता है लेकिन किसी कारणवश अगर इंसुलिन ठीक तरीके से काम नहीं करता तो शरीर का वजन बढ़ने लगता है. ऐसे में लोग ज्यादा मीठी चीजें प्रोसेस्ड फूड और जंक फूड खाने लग जाते हैं जिससे हार्मोन में असंतुलन पैदा हो सकता है.