Blood Test: ये 4 ब्लड टेस्ट डायबिटीज से लेकर हार्ट अटैक तक की पहले ही दे देंगे जानकारी, समय रहते बच जाएगी जान

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Mar 14, 2023, 06:18 AM IST

शरीर में बीमारियों का पता लगाने के लिए डॉक्टर सबसे पहले ब्लड टेस्ट की सलाह देता है.ब्लड टेस्ट से शरीर में हो रही सभी बीमारियों का पता लगाया जा सकता है

डीएनए हिंदी: खून हमारे शरीर में बहुत अहम भूमिका निभाता है. छोटी से छोटी खरोच लगने पर भी खून बाहर आ जाता है. बॉडी से खून के खत्म हो जाने पलभर में मौत हो सकती है. नसों में दौड़ने वाला खून ऑक्सीजन से लेकर पोषक तत्वों को शरीर के एक एक अंग तक पहुंचाता है. शरीर में होने वाले एक एक संक्रमण से लेकर सेहत के राज को पता लगाने के लिए एक बूंद खून ही काफी होता है. इसकी वजह खून में शरीर के अंदर का एक एक राज छिपा होता है. यही वजह है कि ब्लड टेस्ट के करते ही सैकड़ों बीमारियों की कुंडली निकलकर सामने आ जाती है.  

इन टेस्टों से सामने आ जाती है पूरी रिपोर्ट

ब्लड टेस्ट बॉडी में खून की कमी से लेकर कैंसर, कोलेस्ट्रॉल, हार्ट, एचआईवी, डायबिटीज, किडनी और ब्लड शुगर की स्थिती का पता लग जाता है. इन आने वाले संक्रमण और हेल्थ की पूरी कुंडली सामने आ जाती है. यही वजह है कि डॉक्टर साल में कम से कम ब्लड टेस्ट की सलाह जरूरी देता है, जिसे किसी भी बीमारी का पता लगाकर उसे पकड़ा जा सकें. आइए जानते हैं किस टेस्ट से कौन सी बीमारी का लगता है पता

कंपलीट ब्लड काउंट टेस्ट में खुलता है 10 बीमारियों का भेद

सीबीसी यानी कंपलीट ब्लड काउंट टेस्ट होता है. इस ब्लड टेस्ट को कराने में शरीर में एक या दो नहीं बल्कि 10 बीमारियों का पता लगता है. इसमें मुख्य रूप से हीमोग्लोबिन, आरबीसी रेड ब्लड सेल्स, डब्ल्यूबीसी, प्लेटलेट्स, विटामिन बी 6, विटामिन बी 12, एनीमिया, ब्लड कैंसर,  से लेकर इम्यून डिसऑर्डर जैसी बीमारियों का पता चलता है. 

बेसिक मेटाबोलि पैनल BMP

बेसिक मेटाबोलिक पैनल टेस्ट में खून में 8 कंपाउंड का पता लगाया जा सकता है. इनमें कैल्शियम से लेकर सोडिया, पोटैशियम, बायकार्बोनेटश् क्लोराइड, ब्लड यूरिक नाइट्रोजन और क्रेटीनाइन का पता लगता है. इतना ही नहीं यह डायबिटीज से लेकर किडनी और हार्मोन ​के असंतुलन की पूरी स्थिति बता देता है.

कंप्रीहेंसिव मेटाबोलिक पैनल -CMP

सीएमपी में मेटाबोलिक पैनल से जुड़ी सभी चीजें तो रहती ही है. इनके अलावा इसमें टोटल प्रोटीन, अल्कालाइन फॉस्फेट, बिलिरुबिन से लेकर डायबिटीज, किडनी, सिरोसिस, कैंसर, हार्मोन असंतुलन के अलावा लिवर डैमेज, बाइल ब्लॉकेज, पेजेट डिजीज, हार्ट कंडीशन और गॉलस्टोन, हेपटाइटिस,  गिल्बर्ट सिंड्रोम की स्थिति का देखी जा सकती है. शरीर में कैंसर होने पर खून में मार्कर वाला प्रोटीन जमा होने लगता है. इसे कैंसर का ट्रेक कर लिया जाता है. हालांकि इसको पूरी तरह से कन्फर्म करने के लिए और भी टेस्ट किए जाते हैं. 

लिपिड पैनल

लिपिड पैनल को लिपिड प्रोफाइल टेस्ट भी कहा जाता है. इसे हार्ट पर पड़ रही सभी संक्रमण और परेशानियों का पता लगाया जा सकता है. दिल कुछ खास प्रकार के प्रोटीन और अन्य पदार्थों को खून में रिलीज करता है. जो ब्लड टेस्ट करनेपर सामने आ जाते हैं. इनमें मुख्य रूप से कोलेस्ट्रॉल शामिल है. इस टेस्ट में गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल को पता लग जाता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।) 

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