डीएनए हिंदीः मध्य प्रदेश के छतरपुर में 10 जुलाई को स्कूल में पढ़ने वाले 17 साल के सार्थक टिकरया की हार्ट अटैक से जान चली गई. मध्य प्रदेश के भिंड में 10 साल के बच्चे को कथित तौर पर नींद में हार्ट अटैक आया और उसकी ग्वालियर ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई वहीं 15 वर्षीय देवांश जो की गुजरात के राजकोट जिले में था उसे स्कूल में हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई. ये सब मामले तो बच्चों के है जो बेहद खतरे का संकेत देते हैं.
टीनएजर्स के साथ ही 30 से 40 की उम्र में हार्ट अटैक अब सबसे ज्यादा आ रहे हैं और इसके पीछे कहीं न कहीं वजह हाई कोलेस्ट्रॉल है. बढ़ता वजन, खानपान में फास्ट फूड और एक्सरसाइज न करने का नतीजा ही बच्चों में भी हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण बन रहा है. अत्यधिक वजन बढ़ना कम उम्र में डायबिटीज और हार्ट डिजीज दे रहा है.
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कोलेस्ट्रॉल को मात देने के लिए उठाएं ये 6 कदम
1. हृदय-स्वस्थ आहार अपनाएं: ऐसे आहार पर ध्यान केंद्रित करें जिसमें संतृप्त और ट्रांस वसा कम हो. प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, तले हुए खाद्य पदार्थ, लाल मांस, पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद और उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें. इसके बजाय, फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, दुबले प्रोटीन (जैसे मुर्गी और मछली), और स्वस्थ वसा (जैसे जैतून का तेल, एवोकाडो और नट्स) से भरपूर आहार चुनें. घुलनशील फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे जई, फलियां और फल शामिल करें, क्योंकि ये एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं.
2. शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं: नियमित व्यायाम आपके एचडीएल (अच्छे) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद कर सकता है, साथ ही एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को भी कम कर सकता है. कार्डियो/एरोबिक व्यायाम जैसे तेज चलना, जॉगिंग, साइकिल चलाना, तैराकी, या कोई भी गतिविधि जो आपके हृदय गति को बढ़ाती है, में संलग्न रहें. प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्रता वाली एरोबिक गतिविधि या 75 मिनट की जोरदार तीव्रता वाली गतिविधि का लक्ष्य रखें.
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3. स्वस्थ वजन बनाए रखें: अतिरिक्त वजन, विशेष रूप से पेट की चर्बी कम करने से आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
4. तंबाकू से बचें और शराब का सेवन सीमित करें: धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, जिससे आपके शरीर के लिए एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को निकालना कठिन हो जाता है. अत्यधिक शराब का सेवन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं में योगदान कर सकता है. धूम्रपान छोड़ें और यदि आप शराब पीते हैं, तो कम मात्रा में पियें.
5. तनाव को प्रबंधित करें: दीर्घकालिक तनाव अप्रत्यक्ष रूप से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रभावित कर सकता है. तनाव को प्रबंधित करने के स्वस्थ तरीके खोजें, जैसे गहरी साँस लेना, ध्यान और योग जैसी विश्राम तकनीकों का अभ्यास करना, शौक में संलग्न होना, प्रियजनों के साथ समय बिताना, या ज़रूरत पड़ने पर पेशेवर मदद लेना.
6. नियमित रूप से कोलेस्ट्रॉल के स्तर की निगरानी करें: अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर की नियमित रूप से जांच करवाना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आपके परिवार में उच्च कोलेस्ट्रॉल या अन्य जोखिम कारकों का इतिहास है. इससे आपको अपनी प्रगति पर नज़र रखने और अपनी जीवनशैली में आवश्यक समायोजन करने में मदद मिलेगी.
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(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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