डीएनए हिंदीः एक समय में गठिया को राजाओं की बीमारी कहा जाता था क्योंकि अमीर लोग आरामतलबी का जीवन जीते थे और खानपान उनका कभी गड़बड़ होता था लेकिन अब ये बीमारी किसी को भी किसी भी उम्र में होने लगी है. खानपान में फास्ट फूड,ऑयली और मिर्च मसाले से भरी डाइट और फिजिकल एक्टिविटी न होना बच्चों को भी इसका शिकार बनाने लगी है.
खाने में प्यूरीन की अधिकता से ही यूरिक एसिड हाई होती है और गठिया का खतरा बढ़ता है. जोड़ों में सूजन - दर्द या अकड़न गठिया का संकेत देता है. गठिया तब होता है जब आपके रक्त में यूरेट नामक रसायन की बहुत अधिक मात्रा हो जाती है (जिसे हाइपरयुरिसीमिया कहा जाता है). इससे आपके जोड़ों में यूरिक एसिड क्रिस्टल बनने लगते हैं, जिससे गठिया का दर्द होता है. आपका शरीर यूरिक एसिड का उत्पादन करता है जब यह प्यूरीन को तोड़ता है, पदार्थ जो स्वाभाविक रूप से आपके शरीर के साथ-साथ कुछ खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं.
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टेनेसी के हिक्सन में आर्थराइटिस एसोसिएट्स के रुमेटोलॉजिस्ट, एमडी जोसेफ हफस्टटर बताते हैं कि आपका शरीर यूरिक एसिड को ठीक से नहीं तोड़ता है, इसलिए इसे जोड़ों में क्रिस्टलीकृत होने का मौका मिलता है यहां आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बता रहे हैं जो यूरिक एसिड हाई या गठिया के शुरुआती लक्षण के बारे में बताते हैं.
गठिया के इन संकेतों पर रखें नजर
पैर के अंगूठे में दर्द- यह गाउट हमले का सबसे स्पष्ट संकेत है. डॉ. हफ़स्टटर बताते हैं यूरिक एसिड के क्रिस्टल अक्सर पैर की उंगलियों में स्थानांतरित हो जाते हैं. परिणाम स्वरूप असहनीय दर्द, गर्मी या स्किन पर लालिमा हो जाती है. यहां तक की पैर के अंगूठे को छूना भी बेहद दर्द देता है.
घुटनों, टखनों, कलाईयों या कोहनियों में दर्द- यूरिक एसिड क्रिस्टल पैर के अंगूठे के पास ही नहीं शरीर के किसी भी जोड़ में बन सकते हैं. इसका मतलब है कि किसी भी जोड़ में गंभीर, दर्द का हौना. डॉ. हफस्टटर कहते हैं, कुछ लोगों को केवल एक जोड़ (यानी बाएं घुटने) में दर्द होता है, लेकिन लगभग 25 प्रतिशत गठिया रोगियों में "पॉलीआर्टिकुलर" लक्षण होते हैं - जिसका अर्थ है कि वे एक समय में एक से अधिक जोड़ों में दर्द.
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तीव्र दर्द जो आधी रात में हो- दिन की तुलना में रात में (आधी रात से सुबह 8 बजे के बीच) गठिया का प्रकोप होने की संभावना दोगुनी होती है. ऐसा कुछ अलग-अलग कारकों के कारण होता है, जिनमें शरीर का कम तापमान और रात भर अधिक निर्जलित रहना शामिल है, जो यूरिक एसिड को शरीर में अधिक आसानी से जमा करता है.
दर्द तेजी से बिगड़ना, फिर कम होना- यदि आप हर सुबह अकड़न, दर्द वाले घुटनों के साथ उठते हैं, तो संभवतः आप गठिया से पीड़ित नहीं हैं. गठिया से संबंधित दर्द 24 घंटे से भी कम समय में शून्य से 60 तक पहुंच जाता है. कुछ लोग बिल्कुल ठीक महसूस करते हुए बिस्तर पर जाते हैं, फिर रात में तीव्र दर्द के साथ जागते हैं.
गठिया दर्द की तीव्र लहर के रूप में सामने आता है जो कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों के भीतर समाप्त हो जाता है. शुरुआत में गठिया के प्रकोप के बीच महीनों या वर्षों का समय लग सकता है. लेकिन अगर गठिया का इलाज नहीं किया जाता है, तो ये विभत्स रूप लेता है.
थकान/ऊर्जा की कमी - गठिया के दौरे के दौरान - चाहे आपको पहले कभी यह बीमारी न हुई हो या आप गठिया के पुराने रोगी हों - आप इतना थका हुआ महसूस कर सकते हैं कि यह आपको फ्लू होने की याद दिलाता है. आपको बुखार और मांसपेशियों में दर्द भी हो सकता है.
आपके जोड़ों के आसपास गांठें और उभार- टोफी कहलाने वाली ये गांठें वास्तव में यूरिक एसिड क्रिस्टल के ढेर हैं. टोफी क्रोनिक गाउट रोगियों में सबसे आम है, इसलिए आपको इस बिंदु तक पहुंचने से बहुत पहले जोड़ों में दर्द महसूस होगा. डॉ. हफस्टटर कहते हैं, यदि आपमें टोफी विकसित हो जाती है, तो आपको पता होना चाहिए कि ये स्थायी विकृति नहीं हैं. उचित उपचार से आप इन क्रिस्टलों को घोल सकते हैं ताकि वे गायब हो जाएं.
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गुर्दे की पथरी- यदि आपको गंभीर गठिया का दौरा पड़ा है या आप कुछ समय से गठिया का अनुभव कर रहे तो आप गुर्दे की पथरी का शिकार हो सकते हैं क्योंकि अतिरिक्त यूरिक एसिड मूत्र पथ में जमा हो सकता है और वहां क्रिस्टलीकृत हो सकता है. गुर्दे की पथरी एक लक्षण के बजाय गाउट की एक जटिलता है.
जान लें कि रक्त में यूरिक एसिड के स्तर का परीक्षण भर करने से ही आपको गठिया का पता नहीं चल सकता है. इसके लिे जोड़ से तरल पदार्थ की जांच जरूरी होती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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