डीएनए हिंदी: आजकल की खराब लाइफस्टाइल और गड़बड़ खानपान की वजह से लोग कई तरह की गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. इसकी वजह से कम उम्र में ही हड्डियों के कमजोर होने की समस्या भी देखने को मिल रही हैं. बढ़ती उम्र में हड्डियों का कमजोर होना आम है, क्योंकि 30 साल के बाद ज्यादातर लोगों का बोन मास यानी घनत्व (Weak Bone Density) कम हो जाता है. लेकिन, कम उम्र में हड्डियों का कमजोर होना गंभीर समस्या का कारण बन सकता है. वहीं, बढ़ती उम्र में हड्डियों के कमजोर होने पर ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) की समस्या हो जाती है और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है, जिसके शुरुआती लक्षण बीमारी के गंभीर होने से 1 या कई महीने पहले ही (Symptoms Of Osteoporosis) दिखने लगते हैं. ऐसे में आपको भूलकर भी इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. आइए जानते हैं इसके बारे में...
ये हैं ऑस्टियोपोरोसिस के शुरुआती लक्षण
- रीढ़ की हड्डी, कलाई, कूल्हे में आसानी से फ्रैक्चर होना
- कमर झुकने से हाइट कम होना
- कमर दर्द की समस्या
- हड्डी-जोड़ों में दर्द की समस्या
- हाथों की पकड़ कमजोर होना
- मसूड़े और दांतों में कमजोरी आना
- नाखूनो का कमजोर होना
- खराब पोस्चर आदि
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कमजोर हड्डियों में जान भर देंगी ये चीजें
बता दें कि कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर डाइट से कमजोर हड्डियों में ताकत भरी जा सकती है. इसके लिए आहार में डेयरी प्रॉडक्ट, हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स और फोर्टिफाइड फूड आदि को डाइट में शामिल कर सकते हैं.
रेगुलर एक्सरसाइज और दवाएं हैं जरूरी
इसके अलावा ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के लिए वाल्किंग, जॉगिंग, डांसिंग और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग जैसे वेट बियरिंग एक्सरसाइज जरूरी है. इससे बोन डेंसिटी और स्ट्रेंच बेहतर होता है. डॉक्टर की सलाह के बाद आप बोन लॉस रोकने वाली दवाएं भी ले सकते हैं.
क्या करें और क्या ना करें
बता दें कि शराब और धूम्रपान जवानी में ही हड्डियों को कमजोर बना सकती हैं. ऐसे में अगर आपकी भी ऐसी कोई आदत हैं तो इन आदतों को तुरंत छोड़ देनी चाहिए. साथ ही गिरने-फिसलने का खतरा कम करने के लिए हैंडरेल पकड़कर चढ़ें और रोशनी में चलें आदि.
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बोन डेंसिटी टेस्टिंग करवाते रहें
बुजुर्गों में हड्डियों के कमजोर होने का खतरा अधिक रहता है. इसलिए 65 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं और 70 साल से ज्यादा उम्र के पुरुषों को डॉक्टर बोन डेंसिटी टेस्टिंग करवाने की सलाह देते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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