Air Pollution and Asthma: अस्थमा एक सांस की बीमारी है. इसमें फेफड़ों की वायुमार्ग सूज जाती है और संकरी हो जाती है. इसके कारण सांस लेने में परेशानी, घरघराहट, सांस फूलना, सीने में जकड़न और खांसी हो सकती है. बढ़ते प्रदूषण में अस्थमा आपको और भी ज्यादा परेशान कर सकता है. ऐसे में अस्थमा रोगियों को बचाव के लिए इन उपायों को अपनाना चाहिए.
अस्थमा मरीज ऐसे करें अपना बचाव
घर से बाहर मास्क पहनकर निकलें
बाहर प्रदूषण के कारण वायु का स्तर बहुत ही खराब है. ऐसे में घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें. यह हानिकारक कणों को फेफड़ों तक पहुंचने से रोकेंगा.
भीड़भाड़ और प्रदूषण वाली जगह न जाएं
भीड़भाड़ वाली और प्रदूषण वाली जगह पर सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. ऐसे में अस्थमा मरीजों को इन जगहों पर न जाएं.
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एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल
घर में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें. इससे आस-पास की हवा सांस होगी. अस्थमा मरीज के लिए साफ हवा में सांस लेना जरूरी है.
धूम्रपान से करें परहेज
अस्थमा मरीज को भूलकर भी धूम्रपान नहीं करना चाहिए इसके अलावा धूम्रपान वाली जगह पर भी न जाएं. ऐसा करने से फेफड़ों को गंभीर रूप से नुकसान हो सकता है.
खान-पान का रखें ध्यान
हेल्दी और संतुलित भोजन खाएं. इसके अलावा ठंडा पानी पीने से बचें. ज्यादा तला-भूना और फास्ट फूड्स से परहेज करें. तला-भूना और ठंडा खाने से गले और फेफड़ों पर दबाव बढ़ता है, इससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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