डीएनए हिंदीः कई आयुर्वेदिक गुणों से भरे पत्तों का रस पीने से ब्लड शुगर कम होने के बारे में आपने सुना होगा लेकिन आज जिस हरे पत्ते के बारे में आपको बता रहे हैं वह National Institutes of Health की रिसर्च में एंटी-डायबिटीक साबित हुआ है.
ये रहा पत्ता है अरबी का. अरबी के पत्ते हाइपोग्लाइसेमिक, एंटी-एलर्जिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरे पाए गए हैं और दिलचस्प बात यह है कि इन पत्तों को खाने के साथ ही अगर इसका रस पीना शुरू कर दिया जाए तो ये ब्लड में उसी तरह से काम करता है जैसे इंसुलीन करती है. यानी ये ब्लड में शुगर को रेग्युलेट कर करती है.
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इसलिए है डायबिटीज में अरबी के पत्ते बेस्ट
अरबी की पत्तियां विटामिन ए का एक बहुत अच्छा स्रोत हैं. ये न केवल आंखों बल्कि शुगर में भी बहुत काम आता है. मोतियाबिंद से बचाने में भी ये फायदेमंद है. अरबी के पत्तों में उच्च मात्रा में फाइबर, मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन जैसे ई और सी होते हैं और ये सभी शुगर के मरीज के लिए जरूरी हैं.
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अरबी एस्कुलेंटा फाइबर से भरा होता है और इसमें विभिन्न प्रकार के एंटीऑक्सिडेंट और पॉलीफेनोल्स भी होते हैं जो ब्लड में शुगर को मेंटेन रखते हैं.
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रिसर्च में मिला ब्लड शुगर कम करने का सबूत
National Institutes of Health ने एक रिसर्च में पाया की 250 मिलीग्राम/किलोग्राम और 500 मिलीग्राम/प्रतिकिलो ग्राम अरबी की पत्तियों का अर्क मुंह से जब डायबिटीक चूहों को दिया गया तो उनके ब्लड शुगर को कम करने में ये मैजिकल तरीके के काम किया था.अर्क ने प्लाज्मा HbA1c के स्तर और सामान्य रक्त लिपिड, ग्लाइकोजन, एलेनिन एमिनोट्रांस्फरेज़ (ALT), और एस्पार्टेट एमिनोट्रांस्फरेज़ (AST) को भी काफी हद तक कम किया था. इतना ही नहीं इस अर्क को पीने से सीरम क्रिएटिनिन और रक्त यूरिया नाइट्रोजन (बीयूएन) के स्तर को कम हुआ था और किडनी भी बेहतर काम करने लगी थी.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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