Acid Reflux Home Remedies: एसिडिटी और पित्त से हैं परेशान? ये घरेलू नुस्खे पेट को पहुंचाएंगे ठंडक

ऋतु सिंह | Updated:Aug 21, 2024, 03:23 PM IST

पेट में जलन और एसिडीटी का घरेलू इलाज

पित्त बनने पर सीने और पेट में जलन और सिर में तेज दर्द होता है. कभी-कभी छाती के निचले हिस्से में भी बहुत दर्द होता है और ऐसा महसूस होता है जैसे उसे दबाया जा रहा हो. पेट में आग फूंकने जैसा भी महसूस होता है. यहां आपको कुछ ऐसे नुस्खे बता रहे हैं जो तुरंत सारी समस्या को दूर कर देंगे.

पित्त, जिसे आमतौर पर एसिडिटी के रूप में जाना जाता है, पेट में अतिरिक्त एसिड के कारण होने वाली एक आम स्वास्थ्य समस्या है. इस समस्या के लक्षणों में सीने और पेट में जलन, सीने में दर्द और मुंह में तेजाबी पानी आना शामिल हैं. इस समस्या से तुरंत राहत पाने के लिए उचित आहार जरूरी है.

ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें अपने आहार में शामिल करने से एसिडिटी से तुरंत राहत मिल सकती है. इस लेख में हम कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों पर नजर डालेंगे जो एसिडिटी से तुरंत राहत दिला सकते हैं.
   
पित्त पथरी क्या है?

शरीर तीन तत्वों से बना है: वात, पित्त और कफ. यदि इनमें से एक भी दोष असंतुलित हो जाए तो गंभीर रोग हो सकते हैं. इसलिए व्यक्ति को इन तीन दोषों को शांत और संतुलित करने का प्रयास करना चाहिए. अधिक मसालेदार खाना खाने से पित्त दोष बढ़ता है या तनाव के कारण पित्त होता है. इससे शरीर में अग्नि या गर्मी की मात्रा भी बढ़ती है. जो लगभग 40 प्रकार की बीमारियों का कारण बनता है. किसी भी दोष का बढ़ना अन्य भयानक बीमारियों को निमंत्रण देता है.

पित्त का कारण क्या है?

डॉक्टरों के मुताबिक पित्त के बढ़ने में खान-पान, शरीर और भावनात्मक कारक शामिल होते हैं. अधिक मसालेदार, खट्टा, तीखा, नमकीन, तला हुआ भोजन खाने से शरीर में पित्त दोष बढ़ता है. कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ, शराब और तंबाकू खाने से पित्त असंतुलन हो सकता है. भावनात्मक तनाव या अत्यधिक व्यायाम से भी पित्त बढ़ सकता है.

सौंफ का पानी

अगर आपको बहुत गैस, एसिडिटी या ब्लोटिंग होती है तो सुबह सौंफ खाएं या इसका काढ़ा बना कर पीते रहें.  सौंफ का पानी पेट की गर्मी को शांत कर एसिडीटी कम करता है और दिमाग को शांत करने का काम करता है और स्ट्रेस भी कम करता है.

केला

केला एसिडिटी से तुरंत राहत दिलाता है. केले में प्राकृतिक एंटासिड गुण होते हैं, जो पेट में एसिड की मात्रा को कम करते हैं. केला खाने से पेट को ठंडक मिलती है और सूजन कम होती है. इसके अलावा केले में मौजूद फाइबर पाचन में सुधार करता है, जिससे एसिडिटी कम होती है. केले आसानी से पच जाते हैं और तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं, इसलिए एसिडिटी के लिए केले का सेवन एक बेहतरीन उपाय है.

अदरक का रस

अदरक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पेट की एसिडिटी को कम करने में मदद करते हैं. अदरक के रस का सेवन करने या अदरक को पानी में उबालकर पीने से एसिडिटी से तुरंत राहत मिलती है. अदरक पेट में गैस्ट्रिक स्राव को कम करता है, जिससे पेट में सूजन और दर्द कम हो जाता है. अदरक का इस्तेमाल सिर्फ एसिडिटी ही नहीं बल्कि पाचन संबंधी अन्य समस्याओं के लिए भी कारगर है.

दही

दही पेट के लिए बहुत उपयोगी भोजन है. दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पेट में अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाते हैं और पाचन में सुधार करते हैं. दही खाने से पेट में एसिडिटी की मात्रा कम हो जाती है और एसिडिटी से राहत मिलती है. दही में मौजूद लैक्टिक एसिड पेट को ठंडा करता है और पेट में सूजन को कम करता है. दही के नियमित सेवन से पाचन शक्ति बढ़ती है और एसिडिटी की समस्या से बचाव होता है.

बादाम

बादाम एक स्वास्थ्यवर्धक मेवा है जिसमें कई पोषक तत्व होते हैं जो पाचन में सहायता करते हैं. बादाम में मौजूद प्राकृतिक तेल पेट की अम्लता को कम करते हैं और पाचन में सुधार करते हैं. बादाम के नियमित सेवन से पेट की सूजन और एसिडिटी कम हो जाती है. एसिडिटी से तुरंत राहत पाने के लिए एक सरल उपाय यह है कि कुछ बादाम चबाएं.

नारियल पानी

नारियल पानी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखने में मदद करता है और पेट की एसिडिटी को कम करता है. नारियल का पानी पेट की सूजन को कम करने और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में उपयोगी है. नारियल पानी पीने से शरीर को ठंडक मिलती है और एसिडिटी से तुरंत राहत मिलती है. इसके अलावा, नारियल पानी के प्राकृतिक गुण पाचन में सुधार करने में मदद करते हैं.
 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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