Heat Stroke Remedy: गर्मी में बढ़ते तापमान और कड़कड़ाती धूप के कारण डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है. आपको गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक का सामना (Heat Stroke Prevention) करना पड़ सकता है. हीट स्ट्रोक गर्मियों में होने वाली खतरनाक बीमारी में से एक है. हीट स्ट्रोक के कारण शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है और पसीना निकलता है. इसके कारण थकावट, मतली , उल्टी और सिरदर्द की परेशानी हो सकती है. आप तपती गर्मी में अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों (Herbs for Heat Stroke) का प्रयोग कर सकते हैं.
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए 5 हर्ब्स
एलोवेरा
एलोवेरा का इस्तेमाल कई तरह से स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए किया जाता है. इसके जूस से आप गर्मियों में हीट स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकते हैं. हीट स्ट्रोक से बचने के लिए एलोवेरा जेल की स्मूदी बनाकर पी सकते हैं.
पुदीने के पत्ते
पुदीने में मेंथॉल गुण होते हैं. यह सेहत के लिए अच्छा होता है. गर्मी में पुदीने का सेवन करना लाभकारी होता है इससे शरीर को अंदर से ठंडक मिलती है. गर्मी में आप पुदीने वाला नींबू पानी बनाकर पी सकते हैं. इसका इस्तेमाल कई ड्रिंक्स में और चटनी बनाने में कर सकते हैं.
गर्मियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खाना शुरू कर दें ये चीजें, लू से लेकर इंफेक्शन तक से रहेंगे बचे
मेथी का पानी
हीट स्ट्रोक के खतरे को कम करने के लिए मेथी का पानी पी सकते हैं. यह बॉडी के तापमान को कंट्रोल में रखता है. इसका सेवन करने के लिए मेथी के दानों को रातभर भिगोकर रखें और सुबह इसका सेवन करें.
प्याज का पेस्ट
प्याज एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-एलर्जेन गुणों से भरपूर होती है. इसमें कूलिंग एजेंट होते हैं. आप प्याज का पेस्ट हीट स्ट्रोक से बचने के लिए कर सकते हैं. इसके लिए इसका पेस्ट तैयार कर लें और कान के पीछे और छाती पर लगाएं. यह तापमान को कंट्रोल में रखता है.
इमली का इस्तेमाल
भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक से खुद को बचाने के लिए इमली का इस्तेमाल कई तरह से कर सकते हैं. इसके गूदे को माथे पर लगाने से ठंडक मिलती है. इमली की चटनी का सेवन करना भी लाभकारी होता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.