High Uric Acid में दही के साथ मिलाकर खा लें ये पीला फल, जोड़ों के दर्द-सूजन से मिलेगी राहत, खत्म होगा गाउट का खतरा 

Written By नितिन शर्मा | Updated: Aug 11, 2023, 08:03 AM IST

आज के समय में बुजुर्गो के साथ ही युवा भी हाई यूरिक एसिड की समस्या से परेशान है. यूरिक एसिड के हाई होने की वजह से व्यक्ति का उठना बैठना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में हेल्दी डाइट से ही इसे कंट्रोल किया जा सकता है. 

डीएनए हिंदी: (Uric Acid Control Tips) यूरिक एसिड शरीर में बनने वाले टॉक्सिन हैं. यह प्यूरीन के टूटने पर बनते हैं. प्यूरीन शरीर में प्रोटीन से लेकर अन्य पदार्थों से मिलकर बनता है. इसे किडनी फिल्टर कर बाहर करती रहती है, लेकिन प्रोटीन से लेकर प्यूरीन युक्त चीजों के अधिक सेवन की वजह से इसकी मात्रा बहुत ज्यादा हो जाती है. यह एकत्र होकर टूट जाता है और यूरिक एसिड का रूप ले लेता है. यूरिक एसिड खून में शामिल होकर हड्डियों के जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जम जाता है. यूरिक एसिड के क्रिस्टल हड्डियों में गैप पैदा कर देते है. इसकी वजह से जोड़ों में दर्द, सूजन बढ़ जाती है. 

अगर आप भी इसी समस्या से परेशान हैं तो प्यूरीन से लेकर प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन करना छोड़ दें. इसे यूरिक एसिड हाई होने के साथ ही गाउट परेशानी बना सकता है. इसे जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न बढ़ सकती है. शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा जितनी ज्यादा होगी. जोड़ों में दर्द और सूजन भी उतनी ही बढ़ जाएगी. ऐसी स्थिति में सही डाइट ही आपको इसके खतरे से बचा सकती है. यह यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के साथ ही पेशाब के रास्ते फ्लश आउट करती है.

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केले का सेवन दे सकता है फायदा 

केले का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद फलों में से एक है. यह एनर्जी से भरपूर होने के साथ ही स्ट्रेस को दूर कर देता है. साथ ही शरीर को हेल्दी रखता है. हाई यूरिक एसिड के मरीजों को केले का सेवन हर दिन करना चाहिए. इसकी वजह केले में प्यूरीन बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता है. इसमें मौजूद पोटैशियम और अन्य पोषक तत्व यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. पोटैशियम यूरिक एसिड के क्रिस्टल को बनने से रोकता है. यह टॉक्सिन को पेशाब के रास्ते बाहर कर देता है. 

गठिया से लेकर दर्द और सूजन को भी करता है कम

केले में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह प्यूरीन का अवशोषण कर यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है. केले में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं. यह गठिया के दर्द और सूजन को कंट्रोल करते हैं. 
प्यूरीन को कंट्रोल करने में यह मदद करता है. केले का दही के साथ सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है. यह इम्यूनिटी को बूस्ट करने के साथ ही यूरिक एसिड की समस्या को धीरे धीरे कर खत्म कर देता है. 

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केले का ऐसे करें सेवन

केले का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं. इनमें दही के साथ सेवन करना बहुत ही फायदेमंद होता है. लो फैट दही के साथ केला खाने से प्यूरीन नहीं बनता. यह यूरिक एसिड के लक्षणों को कम करता है. इसके अलावा केले का सेवन दही दूध या फिर स्मूदी बनाकर भी किया जा सकता है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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