डीएनए हिंदीः कोरोना संक्रमण के चलते भले ही तमाम दुख भरी खबरे मिलती रहीं हैं लेकिन इन सब के बीच एक पॉजिटिव न्यूज भी सामने आई है. एक सर्वे के मुताबिक कोरोना काल ने पुरुषों के व्यवहार में बदलाव लाने का काम किया और इस बदलाव के तहत वह अपन पत्नियों का हाथ बंटाना शुरू कर दिया है.
देश के 20 शहरों में किए गए सर्वेक्षण में ये बात सामने आई है कि 70 प्रतिशत से ज्यादा पति अब नियमित रूप से खाना बनाने का काम करते हैं. एक मसाला कंपनी ने क्राउनइट मार्केट रिसर्च के साथ मिलकर किचन ट्रेंड्स पर एक विस्तृत उपभोक्ता सर्वेक्षण किया है.
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इस सर्वे को 1000 से अधिक घरों में संचालित किया गया और इसमें 35 साल की उम्र के पुरुषों एवं महिलाओं को शामिल किया गया. इसमें उच्च एवं मध्यम वर्ग के विवाहित और अविवाहित परिवार के विभिन्न कार्यक्षेत्रों से जुड़ें लोग शामिल थे.
इस सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार
- 74 प्रतिशत विवाहित पुरुष हफ्ते में कम से कम चार से पांच बार खाना पकाने में अपनी महिला साथी का हाथ बंटाते हैं.
- कोरोना के दौरान या कोरोना के बाद पहली बार खाना पकाने के लिए 66 प्रतिशत पतियों ने किचन में पहली बार प्रवेश किया था.
- 93 प्रतिशत फैमली ने माना कि परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर खाना पकाने से आपसी मेलजोल और प्यार को बढ़ावा मिला है.
- कोरोना से पहले की तुलना में अब 97 प्रतिशत परिवार खाना पकाने के लिए स्वास्थ्यवर्धक सामग्रियों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
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- 95 प्रतिशत परिवारों का कहना है कि कोरोना के बाद उनके घर के बने खाने में विविधता आई है.
- 92 प्रतिशत लोगों ने संकेत दिया कि खाने को लजीज बनाने के लिए वह मार्केट के मसालों का इस्तेमाल ज्यादा करने लगे हैं.
- 80 प्रतिशत परिवार ने कहा कि वह अब भी घरों में मसाला पीसते हैं.
- 88 प्रतिशत घरों में कोरोना काल से ताजे फल और सब्जियों पर ज्यादा जोर दिया जाने लगा है.
- 53 प्रतिशत घरों में फ्रोजन फूड की खपत भी बढ़ी है.
- 74 प्रतिशत घरों में रेडी टु कुक प्रॉडक्ट्स की खपत बढ़ गई है. यहां कुकिंग सॉसेज और पेस्ट का यूज होने लगा है.
- कोरोना के बाद से ही 70 प्रतिशत घरों ने जानकारी दी कि उनके यहां पिसे हुए मसालों के पैकेट की खपत बढ़ी है.
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