Benefits of Jasmine Flower: फूल न सिर्फ हमारे घर और बगीचे की खूबसूरती बढ़ाते हैं बल्कि मनमोहक खुशबू भी देते हैं. ये आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी काम करते हैं. ऐसा ही एक है चमेली का फूल. इसे रात की रानी भी कहा जाता है. सफेद रंग का यह फूल दिखने में जितना खूबसूरत है. इसकी महक भी उतनी ही मनमोहक होती है.
इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इस पौधे के फूल और पत्तियां डायबिटीज से लेकर गठिया तक हर चीज के लिए दवा के रूप में काम करते हैं. इसके फूल, पत्तियां और छाल का उपयोग कई बीमारियों की दवा बनाने में किया जाता है.
डायबिटीज रहेगी कंट्रोल
सुगंधित होने के अलावा चमेली के फूल और पत्तियां डायबिटीज विरोधी गुणों से भी भरपूर होती हैं. शोध के मुताबिक, यह ब्लड शुगर को आसानी से नियंत्रित करता है. यह डायबिटीज के लक्षणों को कम करने के अलावा सुन्नपन और बार-बार पेशाब आने की समस्या से भी राहत दिलाता है. अगर आप भी डायबिटीज से पीड़ित हैं तो आप चमेली की पत्तियों को पीसकर उसका रस पी सकते हैं.
गठिया का दर्द होगा कम
गठिया आधुनिक समय की प्रमुख बीमारियों में से एक है. सर्दियों में यह बीमारी बढ़ जाती है और व्यक्ति का चलना, उठना और बैठना मुश्किल हो जाता है. उसके हाथ-पैर दर्द करने लगे. अगर आपको भी यह तकलीफ है तो चमेली के पत्ते, फूल और छाल को लगभग 200 मिलीलीटर पानी में उबालें, जब यह पानी एक चौथाई रह जाए तो इसे हल्दी के साथ गर्म करके पिएं. इससे राहत मिलेगी.
सूखी खांसी होगी ठीक
अगर आप सूखी खांसी और बलगम से परेशान हैं तो इस पौधे का रस कफ सिरप की तरह काम करता है. इसकी पत्तियों को पीसकर रस निकाल लें. इसके बाद इसे शहद के साथ मिलाकर इसका सेवन करना शुरू कर दें. इससे सूखी खांसी की समस्या खत्म हो जाएगी.
पेट के कीड़े भी निकल आते हैं
चमेली के पत्तों को कुचलकर उसका रस पीने से बच्चों के साथ-साथ बड़ों के भी पेट में जमा कीड़े दूर हो जाते हैं. इसके लिए चमेली की पत्तियों को पीसकर उसका रस निकाल लें. - अब इसमें थोड़ा सा पानी मिलाएं. इसके बाद जूस का सेवन करें. इससे स्वास्थ्य भी बेहतर होता है.
बुखार कम करता है
चमेली के फूल और पत्तियां इम्यूनोस्टिम्युलेटरी गुणों से भरपूर होती हैं. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ बुखार को भी कम करता है. यह बैक्टीरिया को मारता है. बुखार के दौरान चमेली के फूल का रस पीने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं.
साइटिका का दर्द होगा कम
अगर आप साइटिका के दर्द को कम करना चाहते हैं तो 3 से 4 पत्तियों को पीसकर पानी में उबाल लें. अब इसे छान लें और दिन में कम से कम दो बार खाली पेट पियें. ऐसा नियमित करने से साइटिका का दर्द दूर हो जाएगा.
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(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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